अधीक्षक ने डीसी-एसडीओ को लिखा पत्र, मरीज हित में पहल का किया आग्रह
जमशेदपुर :
कोलकाता में जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में एमजीएम अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों का चल रहा अनिश्चितकालीन हड़ताल व धरना-प्रदर्शन सोमवार को जारी रहेगा. सोमवार को भी ओपीडी बंद रहेगी. आंदोलन कर रहे डॉक्टर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. आइएमए जमशेदपुर आंदोलन को समर्थन कर रहा है.अस्पताल अधीक्षक ने डीसी-एसडीओ को लिखा पत्र
वहीं अस्पताल के अधीक्षक डॉ रवींद्र कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त व एसडीओ को पत्र लिखा है. जिसमें बताया है कि जूनियर डॉक्टर्स स्वयं अपनी सेवा न देने के साथ-साथ संपूर्ण ओपीडी सेवा भी बाधित कर दी है. जिसके कारण अस्पताल के वरीय चिकित्सक भी मरीजों को नहीं देख पा रहे हैं. मरीजों की परेशानी को देखते हुए डीसी-एसडीओ से अपने स्तर से आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया है.ज्ञात हो कि एमजीएम अस्पताल में पिछले तीन दिनों से ओपीडी बाधित है. प्रतिदिन 800 से 900 मरीज बिना इलाज कराये वापस जा रहे हैं. ओपीडी बंद होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से इलाज कराने आने वाले मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. अधीक्षक ने कहा कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. वहीं, चिकित्सकों को भी चाहिए कि अस्पताल हित में कदम उठायें, वहीं, जेडीए के अध्यक्ष डॉक्टर गणेश श्रीवास्तव व प्रदेश सचिव डॉक्टर राघवेंद्र ने बताया कि जब तक चिकित्सकों की मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. हालांकि, इसे लेकर राष्ट्रीय स्तर पर सरकार से बातचीत चल रही है. सकारात्मक निर्णय आते ही हड़ताल खत्म कर दी जायेगी.
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