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कदमा : एडीएल सोसाइटी की एजीएम में हंगामे व मारपीट के बीच कई प्रस्ताव पारित

एजीएम में तैनात दंडाधिकारी ने विधि व्यवस्था बिगड़ने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी. तब डीएसपी निरंजन तिवारी पहुंचे, एजीएम में उत्पन्न स्थिति पर विधि व्यवस्था व सुरक्षा का हवाला देते हुए एजीएम को रोक दिया

हंगामे के बीच पूर्व महासचिव के गुरुनाथ राव समेत 11 मेंबरों को बर्खास्त किया, तीन ट्रस्टी, तीन ऑडिटर का मनोयन, मल्टी पर्पस हॉल बनाने का प्रस्ताव पारित-एजीएम में 20 लोगों का विरोध था, इसमें कुछ नॉन मेंबर भी घुसे थे, जबकि एडीएल स्कूल परिसर के अंदर खुले मैदान में हुई एमजीएम में चार सौ से ज्यादा सदस्य हुए शामिल

ये भी हुआ

नागेश नायडू से माइक छीनने के प्रयास में गुरुनाथ राव के साथ उनकी बकझक हुई, सदस्यों ने गुरुनाथ राव का कॉलर पकड़ा, इस दौरान नागेश नायडू की पत्नी पर हाथ छोड़ा, थाना में गुरुनाथ राव व अन्य के खिलाफ लिखित शिकायत

-पूर्व महासचिव एम मज्जी रवि पर रजिस्ट्रर, जिसमें एजीएम में शामिल होने के उपस्थिति बनायी जा रही थी, उसे एजीएम रद्द होने की बात कहकर कर्मी से छीनने का वर्तमान कमेटी के लोगों ने लगाया आरोप.

मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर

कदमा एडीएल स्कूल परिसर में रविवार शाम को एडीएल सोसाइटी की एजीएम (वार्षिक आमसभा) में दो पक्षों में हंगामे के बाद मारपीट हो गयी. इसकी सूचना वहां तैनात दंडाधिकारी सह कनीय अभियंता एनके सेठ ने वरीय पदाधिकारी व पुलिस कंट्रोल रूम को दी. इसके बााद हेडक्वार्टर टू डीएसपी निरंजन तिवारी फोर्स के साथ पहुंचे. हंगामे की स्थिति को देखते हुए सोसाइटी के लोगों से बात कर एजीएम रोक दी गयी तथा बाद में प्रशासन की देखरेख में एजीएम करने की बात कही गयी. लेकिन हंगामे के बीच मंच संचालन कर रहे पी शिमाद्री ने सोसाइटी के पूर्व महासचिव के गुरुनाथ राव समेत 11 लाइफ मेंबरों को बर्खास्तगी, तीन ट्रस्टी (सीवीपी राव मानगो, एससीएस राव जुगसलाई व सीएसआर मूर्ति टेल्को) और तीन इंटरनल ऑर्डिटर(जी लक्ष्मी कदमा,जी गोविंद राव कदमा, पी शशि कुमार सोनारी) का मनोनयन, दस करोड़ के बजट से मल्टी पर्पस हॉल बनाने, कमेटी के द्वारा किये गये खर्च समेत सभी प्रस्ताव एजीएम में रखा तथा उपस्थित लोगों से हाथ उठावा कर पारित किया.

अब कोई एजीएम नहीं होगी, सीधे चुनाव होगा : वाइ ईश्वर राव

एजीएम में अपने संबोधन में सोसाइटी के अध्यक्ष वाइ ईश्वर राव ने कहा कि धालभूम अनुमंडल एडीओ की अनुमति से एजीएम हुई, इसमें 20 लोगों ने विरोध व विवाद किया. इसमें कुछ नॉन मेंबर शामिल थे. जबकि एजीएम में 400 से ज्यादा लाइफ मेंबर ने सभी प्रस्ताव को सुनने के बाद हाथ उठाकर पारित किया. उन्होंने कहा कि अब सोसाइटी की आगे कोई एजीएम नहीं होगी, सीधे चुनाव होगा.

एजीएम शुरू होते ही हुई बकझक

इससे पूर्व एजीएम शुरू होते ही वर्तमान महासचिव के नागेश नायडू से माइक छीनने के दौरान पूर्व महासचिव के गुरुनाथ राव के साथ बकझक हो गयी.इस दौरान दोनों पक्ष में मारपीट हो गयी. नागेश नायडू की पत्नी के साथ मारपीट की गयी. इस दौरान वर्तमान कमेटी के लोगों ने के गुरुनाथ राव व विरोध कर रहे मेंबरों के खिलाफ विरोध प्रकट किया. फिर अंत में कदमा थाना में के गुरुनाथ राव, के वीपी राव, बी रामचंद्र राव, मज्जी रवि, रमेश नायडू, एम भास्कर, जे श्रीनिवास राव, एम नागेश्वर राव के खिलाफ लिखित शिकायत कर कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया.

पूर्व महासचिव के गुरुनाथ राव समेत 11 मेंबर बर्खास्त किये गये

एजीएम में अनुशासन तोड़कर हंगामा करने, मारपीट करने, पदाधिकारी की पत्नी के साथ मारपीट करने पर सोसाइटी के पूर्व महासचिव के गुरुनाथ राव समेत 11 मेंबरों को बर्खास्त किया गया, इसमें के गुरुनाथ राव के भाई केवीपी राव, पूर्व महासचिव मज्जी रवि, बी रामचंद्र राव, एन भास्कर राव, जी रमेश नायडू, के हनुमंत राव, एबी रामा राव, जे जगदीश राव, पी नागेश गोखले, एम नागेश्वर राव शामिल है. इससे पूर्व सोसाइटी में के गुरुनाथ राव को कार्यकारी कमेटी से हटाया गया था.

एजीएम में उपस्थित देखकर विरोधी घबरा गये : एनवीआर मूर्ति

एडीएल सोसाइटी के वरीय उपाध्यक्ष एनवीआर मूर्ति ने कहा कि सोसाइटी पारदर्शी तरीके से लाइफ मेंबरों को साथ लेकर मेंबरों के लिए विकास का काम कर रही है, यह विरोध कर रहे कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा है. इसका परिणाम है कि एजीएम चार सौ से ज्यादा लोग शामिल हुए. जबकि विरोध कर रहे लोग गिनती के थे. विरोध कर रहे लोगों को हरकत को 400 से ज्यादा मेंबरों ने देखा है. एजीएम में उपस्थित देख विरोधी घबरा गये और पुलिस प्रशासन को गुमराह कर विधि व्यवस्था बिगड़ने की रिपोर्ट दी. जबकि एजीएम में 400 से ज्यादा मेंबरों ने धर्य का परिचय दिया.

मैं जीता हुआ महासचिव था, गलत तरीके से मुझे हटाया : के गुरुनाथ राव

पूर्व महासचिव के गुरुनाथ ने बताया कि एडीएल सोसाइटी के चुनाव में महासचिव के पद पर चुनाव मैं जीता था, लेकिन गलत तरीके से मुझे हटाने का काम किया, इसका रविवार को हुई एजीएम में विरोध किया. चूंकि वर्तमान कमेटी भंग हो चुकी है. बावजूद कमेटी ने सोसाइटी के संचालन समेत अन्य कार्य करने के लिए गठित एडॉक कमेटी का चार्ज तक नहीं दिया. इन चीजों की लिखित जानकारी जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारी को दी गयी है. जांच भी हुई है. जिला प्रशासन का जो निर्णय होगा मुझे मान्य होगा.

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