निसार, जमशेदपुर :
जमशेदपुर में एकबार फिर से क्रिकेट का रोमांच परवान चढ़ेगा. शहर के क्रिकेट प्रेमी विश्व के स्टार क्रिकेटरों को खेलते हुए देख पायेंगे. 12 अप्रैल 2006 को भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गये अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच के बाद इस मैदान पर एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला गया है. लगभग 17 वर्षों बाद कीनन में फिर से क्रिकेट की रौनक लौटने वाली है.
इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. सूत्रों के अनुसार, दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग ‘आइपीएल’ में इसकी मुख्य स्पांसर टाटा ग्रुप अगले सीजन में अपनी टीम उतार सकती है. इसके लिए टाटा स्टील ने ग्राउंड लेवल पर तैयारी शुरू कर दी है. टाटा कंपनी अपनी टीम के अभ्यास के लिए कीनन स्टेडियम को बेस कैंप बनायेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए 1939 में बने कीनन स्टेडियम के जीर्णोद्धार का काम शुरू हो गया है.
पहले चरण में इसके सभी असुरक्षित स्टैंड को तोड़ दिया गया है. इन स्टैंड को समतल करके ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बने बाउल ओवल शेप (खाली ऊंचा मैदानी भाग, जहां लोग बैठकर मैच देखते हैं) स्टैंड बनाया जा रहा है. अब इन स्टैंड में कुर्सी या कंक्रीट की सीढ़ी नहीं होगी. दर्शक स्टैंड में बने ऊंचे स्थान पर घास पर बैठकर या लेटकर खेल का आनंद ले सकेंगे.
स्टेडियम के जीर्णोद्धार के पहले चरण में असुरक्षित स्टैंड को तोड़ा गया है. दोराबजी पार्क (पूर्व में मोदी पार्क) की तरफ से बने ओल्ड पवेलियन, स्ट्रेट माइल रोड की बने नौरोजी पवेलियन और जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स इंट्री गेट की ओर से बने जेएससीए के ऑफिस बिल्डिंग को तोड़ा नहीं गया है. इसके अलावा, स्टेडियम में स्टैंड के नीचे चल रहे प्रेम ज्योति प्रांगण स्कूल के भवन को भी तोड़ा नहीं गया है, लेकिन आने वाले दिनों में स्कूल उत्कल एसोसिएशन के समीप शिफ्ट किया जायेगा और स्कूल के भवन को तोड़ दिया जायेगा.
सूत्रों के अनुसार, टाटा ग्रुप सोनारी दोमुहानी स्थित डोबो क्षेत्र में नया और अधिक क्षमता वाले क्रिकेट स्टेडियम का निर्णाण करना चाहता है. जिसमें अंतरराष्ट्रीय मैतों के लिए सारी सुविधाएं होंगी. फिलहाल इस प्रोजेक्ट को लेकर किसी भी तरह की आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है. जानकारों के अनुसार, डोबो क्षेत्र में बनने वाले नये स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जायेंगे, जबकि कीनन स्टेडियम का इस्तेमाल अभ्यास के लिए किया जायेगा.
कीनन स्टेडियम के विस्तार पर झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) और टाटा स्टील के बीच कई बार चर्चा हो चुकी है. सबलीज मिलने की शर्त पर जेएससीए कीनन का जीर्णोद्धार करना चाहता है. कीनन स्टेडियम का जीर्णोद्धार करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि इसका विस्तार करना होगा. यह तभी संभव होगा, जब जेएससीए को कीनन सबलीज पर मिले.
जेएससीए और टाटा स्टील में सहमति बनने पर कीनन का विस्तार होगा. स्टेडियम का विस्तार ओल्ड पवेलियन वाले हिस्से में ही संभव है. क्योंकि कीनन के एक कोने में जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, तो दूसरी ओर बैडमिंटन सेंटर व मोहन आहूजा इंडोर स्टेडियम तथा पूर्वी हिस्से में स्ट्रेट माइल रोड है. इन तीन हिस्सों में विस्तार संभव नहीं है.