झारखंड के मख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खतियानी जोहार यात्रा का पांचवां और अंतिम पड़ाव मंगलवार को जमशेदपुर में रहा. गोपाल मैदान में आयोजित इस यात्रा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए स्थानीयता को लेकर एक बार फिर हुंकार भरी. कहा कि जो यहां का खतियानी, वही झारखंडी है. साथ ही राजभवन और बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के युवाओं को नौकरी समेत उनकी पहचान दिलाने से जुड़ा स्थानीयता विधेयक को राज्यपाल महोदय ने सरकार को वापस लौटा दिया. यह सही नहीं है. दूसरे राज्यों में भी स्थानीयता को लेकर नीति बनी है. उसपर अमल भी हो रहा है, तो सिर्फ झारखंड में ही ऐसी परेशानी क्यों. उन्होंने कहा कि बीजेपी के इशारे पर विधेयक को वापस लौटाया गया है. सरकार विधयेक को फिर राज्यपाल के पास भेजेगी.
उन्होंने स्थानीयता विधेयक को वापस लौटाने पर कहा कि रांची जाने के बाद राज्यपाल महोदय से लौटाने का कारण पूछेंगे. उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति राज्य में लागू होगी. कहा कि हर कोई इस सरकार के पीछे लगा है, लेकिन सरकार विकास को लेकर अपना कार्य करते रहेगी.
सीएम ने बीजेपी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जब से राज्य में यूपीए सरकार बनी है, तभी से बीजेपी इस सरकार को गिराने में लगी है. हर दिन कोई न कोई हथकंडा अपनाते रहती है, लेकिन सफलता नहीं मिलती. उन्होंने कहा कि इस सरकार को राज्य की जनता का आशीर्वाद प्राप्त है. इस कारण बीजेपी लाख जतन कर ले, लेकिन सरकार का कुछ बिगाड़ नहीं सकती. यह सरकार राज्य के विकास के लिए बनी है और विकास दिख भी रहा है.
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देश में महंगाई चरम पर है. इस ओर इस सरकार का ध्यान नहीं जा रहा. गरीब लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. पांच रुपये का प्लेटफार्म टिकट 50 रुपये में मिल रहा है. अन्य सामानों का दाम आसमान छू रहा है. इसके बावजूद केंद्र की सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.
सीएम ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री यहां आकर बोले कि पूर्व सीएम बाबूलाल ने उनसे कहा सरकार गिरा दो, तो उन्होंने कहा ऐसे कोई सरकार नहीं गिरा सकता.यहां के नेता साजिश में लगे रहते हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि इस सरकार का मुखिया चारों तरफ देख रहा है, जैसे वह साजिश करेंगे वैसे ही वह पकड़े जाएंगे.
उन्होंने कहा कि विपक्ष हमेशा झारखंड विरोधी रहा है. जब हम राज्य मांगते थे, तो कहता था, नहीं बनेगा. फिर हमें राज्य मिला, तो इन्होंने कहा सरकार नहीं बना पाओगे. आज आदिवासी-मूलवासियों के आशीर्वाद से राज्य में सबसे मजबूत सरकार चल रही है. यही इनके दिक्कत का कारण है. इस जोहार यात्रा को मंत्री चंपई सोरेन, बन्ना गुप्ता, सत्यानंद भोक्ता समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया.