‘सपने में भी नहीं सोचा था’ जमशेदपुर लोकसभा से झामुमो का टिकट मिलने पर बोले समीर मोहंती, विद्युतवरण महतो को लेकर कही ये बात
Lok Sabha election 2024: झारखंड की जमशेदपुर लोकसभा सीट से झामुमो ने गुरुवार को प्रत्याशी की घोषणा कर दी. पार्टी से बहरागोड़ा से विधायक समीर मोहंती को अपना प्रत्याशी बनाया है.
Lok Sabha election 2024: जमशेदपुर, संजीव भारद्वाज-लोकसभा चुनाव की घोषणा के 41 दिनों के बाद गुरुवार को झामुमो ने जमशेदपुर लोकसभा सीट से बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती को पार्टी का टिकट देते हुए इंडी एलायंस का अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया है. बहरागोड़ा के विधायक समीर महंती ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि लोकसभा चुनाव के लिए उन्हें पार्टी प्रत्याशी बनायेगी. उनमें इतनी हिम्मत भी नहीं थी कि वे पार्टी से लोकसभा का टिकट मांगें. इधर, एक सवाल के जवाब में समीर मोहंती ने कहा कि उन्होंने राजनीति का काफी कुछ विद्युतवरण महतो से सीखा है. चुनाव जंग का मैदान है. वे पूरी ताकत से लड़ेंगे.
झामुमो से शुरू किया सियासी सफर
समीर मोहंती ने 2019 का विधानसभा चुनाव बहरागोड़ा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी (झामुमो के तत्कालीन विधायक) कुणाल षाडंगी को पराजित कर 60565 मतों से जीता था. समीर मोहंती की प्राथमिक स्कूली शिक्षा चाकुलिया में अपने पैतृक गांव बेंड से हुई. मनोहरलाल सरकारी हाई स्कूल से मैट्रिक और बाद में कॉमर्स में ग्रेजुएशन घाटशिला कॉलेज से किया. समीर मोहंती ने अपना राजनीतिक सफर झामुमो से ही शुरू किया. झामुमो के चाकुलिया प्रखंड के अध्यक्ष के रूप में समीर मोहंती की छवि आंदोलनकारी नेता के रूप में बनी. कई आंदोलन किये, सरकारी कार्यालय के पदाधिकारियों के साथ कई बार इनकी झड़प भी हुई. इसके बाद बाद वे आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के नेतृत्व में 2005 में आजसू पार्टी में शामिल हो गये. आजसू से जब इनका मोहभंग हुआ तो झाविमो के टिकट पर 2014 में बहरागोड़ा से चुनाव लड़ा. चुनाव में मिली हार के बाद वे भाजपा में शामिल हो गये. 14 साल के बाद समीर मोहंती ने फिर से झामुमो में वापसी की और विधानसभा का टिकट प्राप्त किया और जीत हासिल की.
टिकट मिलने का नहीं था यकीन
लोकसभा चुनाव 2024 का टिकट हासिल करने के बाद बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि दिल्ली की बड़ी सदन के लिए उन्हें पार्टी प्रत्याशी बनायेगी. गरीब-कमजोर घर का बेटा होने के कारण उनमें इतनी हिम्मत भी नहीं थी कि वे लोकसभा का टिकट मांगें. इस कार्य में उन्हें पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अपार समर्थन मिला, जिसके कारण उन्हें यह टिकट हासिल हुआ.
विद्युतवरण महतो से सीखी सियासत
एक सवाल के जवाब में समीर मोहंती ने कहा कि उन्होंने राजनीति का काफी कुछ विद्युतवरण महतो से सीखा है. महाभारत में भी अर्जुन को युद्धकला द्रोणाचार्य ने ही सिखायी थी, लेकिन जब युद्ध में दोनों आमने-सामने हुए तो हश्र सभी ने देखा. चुनाव जंग का मैदान है, इसमें वे पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे. उनकी तरफ से मर्यादाओं का पूरा ख्याल रखा जायेगा.
विद्युत ने भी दिल्ली का सफर बहरागोड़ा से शुरू किया
जमशेदपुर से भाजपा के दो बार सांसद व तीसरे चुनाव में प्रत्याशी विद्युतवरण महतो ने भी 2014 का लोकसभा चुनाव बहरागोड़ा का विधायक रहते हुए लड़ा था. झामुमो के टिकट पर 2014 में विद्युतवरण महतो बहरागोड़ा से विधायक बने थे. 10 साल बाद फिर बहरागोड़ा से ही झामुमो ने अपने विधायक समीर मोहंती को दिल्ली के सफर का टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है.
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