Jamshedpur news.
डायन प्रथा, अंधविश्वास व अन्य कुरीतियों की वजह से हो रही हत्याओं व आपराधिक घटनाओं को रोकने का बीड़ा आदिवासी हो समाज युवा महासभा ने उठाया है. रविवार को आदिवासी हो समाज महासभा की ओर से पश्चिम सिंहभूम जिले के मझगांव प्रखंड के अंगारडीहा पंचायत अंतर्गत ग्राम महालीपोखर में ग्रामीण मुंडा पाईकिराय सावैंया की देखरेख में एक नुक्कड़ सभा की गयी. इस दौरान आदिवासी हो समाज युवा महासभा मझगांव प्रखंड कमेटी के अध्यक्ष दिनेश हेंब्रम की अगुवाई में समाज में फैली भ्रांतियों व बुराइयों को समाप्त करने का प्रयास किया गया. इसके अलावा नेशनल आदिवासी रिवाइवल एसोसिएशन एवं सिंगी एंड सिंगी सोसाइटी की ओर से गांव में ग्रामीणों को जागरूक करने के मकसद से पंपलेट बांटे गये.पुलिस प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप
दरअसल एक माह पूर्व लगभग 30 वर्षीय राइमुनी बिरूली को डायन-बिसाही का आरोप लगाकर हत्या कर दी गयी थी. पुलिस सूचना, पोस्टमार्टम अन्य प्रक्रियाओं के बावजूद अब तक पुलिस प्रशासन की ओर से आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इससे इतनी बड़ी घटना के बावजूद आदिवासी हो समाज युवा महासभा एवं नुक्कड़ सभा की टीम ने पुलिस-प्रशासन पर नाराजगी जाहिर की. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने दिशा में सामाजिक पहल करने का आश्वासन भी दिया गया.समाज में जागरूकता लाने का आह्वान
आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामद ने मगे-पोरोब दौरान मोडिफाइएड एवं अश्लील शब्दों के प्रयोग पर रोकथाम लगाने, सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम को बढ़ावा देने, भाषा-संस्कृति के संरक्षण एवं विकास कार्यों में आदिवासी हो समाज युवा महासभा को सहयोग करने की अपील की. वहीं राष्ट्रीय महासचिव गब्बरसिंह हेंब्रम ने डायन-प्रथा, अंधविश्वास एवं कुरीति पर हो रहे घटनाओं का विभिन्न उदाहरण दिया. कोर्ट-कचहरी एवं जेल की चक्करों को लोगों के सामने रखा.
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