जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अधेड़ महिला से दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर में स्थित एमजीएम हॉस्पिटल में 5 मार्च, 2020 की रात एक महिला मरीज से चाकू की नोंक पर दुष्कर्म की घटना हुई थी.
जमशेदपुर की पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक गुड्डू प्रमाणिक को रविवार (15 मार्च, 2020) को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया है कि दुष्कर्म का आरोपी गुड्डू चोरी और लूटकांड को भी अंजाम दे चुका है.
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने गुड्डू प्रमाणिक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. बताया जाता है कि पुलिस ने रविवार तड़के करीब 3 बजे आरोपी को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को दुष्कर्म की पीड़िता के सामने लाया गया. महिला ने उसकी शिनाख्त की कि उसी ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे और सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट लगातार इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे.
उल्लेखनीय है कि 5 मार्च की रात को एमजीएम अस्पताल में महिला मरीज से दुष्कर्म के बाद अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की. पीड़िता को अस्पताल से हटा दिया. हालांकि, करीब एक सप्ताह बाद साकची थाना की पुलिस को जब इस मामले का पता चला, तो उसने मरीज को खोज निकाला.
पीड़िता के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की और आरोपी की तलाश शुरू कर दी. आखिरकार पुलिस को रविवार को सफलता मिली और उसने आरोपी गुड्डू प्रमाणिक को गिरफ्तार कर लिया.
उल्लेखनीय है कि कोल्हान प्रमंडल का यह सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल झारखंड के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के विधानसभा क्षेत्र में आता है. पुलिस ने बताया कि अस्पताल में भर्ती 50 साल की महिला से दुष्कर्म हुआ, तो एमजीएम अस्पताल के प्रबंधन ने पुलिस में इसकी शिकायत करने की बजाय मरीज को ही अस्पताल से हटा दिया.
हालांकि, बाद में पुलिस ने परसुडीह थाना क्षेत्र के बारीगोड़ा की निवासी पीड़िता को ढूंढ़ निकाला और उसके बयान के आधार पर एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की.
पुलिस के समक्ष दिये गये अपने बयान में पीड़िता ने बताया कि वह अस्पताल के चौथे तल्ले पर मेडिकल वार्ड में भर्ती थी. उस वार्ड में उसके अलावा दो और महिला मरीज थीं. रात के करीब दो बजे हल्की दाढ़ी वाला नाटे कद का एक युवक वार्ड में घुसा और उसके साथ दुष्कर्म किया. उसने विरोध किया, तो चाकू से उसकी हत्या करने की धमकी दी. आरोपी के हाथ में चाकू देखकर वार्ड की बाकी दो महिला मरीजों ने भी आवाज नहीं उठायी.
महिला ने पुलिस को बताया कि उसने चिल्लाने की कोशिश की, तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और बाकी दोनों महिला मरीजों को भी अंजाम भुगतने की धमकी दी. उसने बताया कि आमतौर पर हर दिन कोई महिला मरीज वार्ड का दरवाजा अंदर से बंद कर देती थी.
उस दिन दरवाजा खुला रह गया. इसी का फायदा उठाकर यह युवक अंदर घुस आया और चाकू की नोंक पर उसके साथ दुष्कर्म किया. स्वास्थ्य मंत्री के जिले में हुई इस घटना पर जमकर सियासत भी हुई थी.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि एमजीएम अस्पताल में दुष्कर्म का यह पहला मामला नहीं है. इस सरकारी अस्पताल में पहले भी दुष्कर्म और छेड़खानी की घटनाएं होती रही हैं. वर्ष 2016 में 29 फरवरी को इस अस्पताल में एक नाबालिग रेप पीड़िता से दोबारा दुष्कर्म का मामला सामने आया था. 15 साल की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता का इस अस्पताल में इलाज चल रहा था.