जमशेदपुर:
माझी परगना महाल धाड़ दिशोम पूर्वी सिंहभूम के द्वारा मंगलवार को घाटशिला अनुमंडल के सामने धरना-प्रदर्शन कर घाटशिला को जिला बनाने का विरोध किया जायेगा. धरना-प्रदर्शन के बाद राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र एसडीओ को सौंपा जायेगा. यह जानकारी सोमवार को माझी परगना महाल धाड़ दिशोम के देश विचार सचिव-बहादुर सोरेन ने दी. उन्होंने बताया कि पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र में भारतीय संविधान में पेसा कानून-1996 के तहत ग्रामसभा द्वारा ग्राम सभा क्षेत्र (सीमा) के भीतर वन संपदा, जल, जंगल, जमीन की रक्षा तथा गांव के लोगों के लिए सर्वांगीण विकास कार्य करने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है. लेकिन घाटशिला प्रखंड को जिला बनाये जाने पर स्वशासन व्यवस्था पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा. बाहरी आबादी बढ़ने से आदिवासी-मूलवासियों की जमीन की लूट-खसोट होगी. उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार यदि सही मायने में क्षेत्र का विकास चाहती है तो शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक विकास, रोजगार आदि बिंदु पर कार्य करे. श्री सोरेन ने आदिवासी-मूलवासी समाज के लोगों से अपील की है कि वे मंगलवार को दल-बल के साथ कीताडीह घाटशिला में पहुंचे. यहां से जुलूस की शक्ल में जत्था घाटशिला अनुमंडल कार्यालय पहुंचेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है