जिले को नशा मुक्त करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत : डॉ मृत्युंजय
स्कूल की मुख्य गेट से 100 गज की दूरी तक किसी भी दुकानों में तंबाकू की बिक्री नहीं की जा सकती
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
खासमहल स्थित सिविल सर्जन ऑफिस के सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन सिविल सर्जन की अध्यक्षता में हुई. इसमें जिले के सभी प्रखंड के तीन – तीन सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम में उपस्थित जिला नोडल पदाधिकारी एनटीसीपी डॉ मृत्युंजय धाउड़िया ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को जानकारी देते हुए कहा कि तंबाकू नियंत्रण एक महत्वपूर्ण का कार्यक्रम है. हम सबको मिलकर जिले को नशा मुक्त बनाना होगा. उन्होंने कहा कि 13 से 19 वर्ष तक के बच्चों को मुख्य रूप से तंबाकू कंपनी अपना कस्टमर बनाना चाहती है, ताकि लंबे समय तक उनकी खरीदारी होती रहे. उन्होंने बताया कि स्कूल की मुख्य गेट से 100 गज की दूरी तक किसी भी दुकानों में तंबाकू की बिक्री नहीं की जा सकती है. क्योंकि अक्सर बच्चों की नजर पढ़ने से माइंड डाइवर्ट होने की समस्या अधिक बनी रहती है, साथ ही राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को विस्तृत रूप से जानकारी दी. जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी बताया कि इससे संबंधित दवाई सभी प्रखंड स्तरीय दंत चिकित्सालय में उपलब्ध करा दिया गया है.
तंबाकू में पाये जाते हैं चार हजार जहरीले तत्वों
वहीं प्रशिक्षक डॉ दीपक कुमार गिरि ने तंबाकू में पाये जाने वाले चार हजार जहरीले तत्वों के बारे में बताया. वहीं डॉ मोहम्मद असद ने भारत सरकार के अधिनियम कोटा 2003 के की विस्तार पूर्वक जानकारी दी. इस दौरान जिला परामर्श मौसमी चटर्जी, कार्यक्रम के सोशल वर्कर कुंदन कुमार, विश्वजीत कुमार शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है