सारंडा में बुधवार को पहली बार पांच वाहनों से मेडिकल टीम पहुंची. इनमें जिला स्वास्थ्य विभाग, डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ, एमपीडब्ल्यू व एएनएम की टीम मौजूद रही. डॉ बलराम माझी के नेतृत्व में नक्सल प्रभावित बुंडू, हाकाहाटा व कदालसोकवा गांव में शिविर लगाये गये. डॉ माझी ने बताया कि तीनों गांवों में 50 ग्रामीण मलेरिया संक्रमित मिले. करीब 50 गर्भवती व 50 बच्चों का टीकाकरण किया गया है. 200 से अधिक ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गयी.
सारंडा के तीन उप स्वास्थ्य केंद्र में एमपीडब्ल्यू व एएनएम नहीं
डॉ माझी ने कहा कि क्षेत्र के तीन उप स्वास्थ्य केंद्र में एमपीडब्ल्यू व एएनएम नियुक्त नहीं हैं. इससे ग्रामीणों को समुचित इलाज नहीं मिल रहा है. क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा गंभीर समस्या है. अपने उच्च अधिकारी को मामले की जानकारी देंगे. क्षेत्र के सब सेंटर पर एएनएम व एमपीडब्ल्यू को नियुक्त करने का आग्रह करेंगे.
चिकित्सकों की टीम देख ग्रामीणों में खुशी का ठिकाना नहीं था
तीनों गांवों में चिकित्सकों की टीम देख मरीजों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों व ग्रामीणों में खुशी का ठिकाना नहीं था. तीनों गांवों के सैकड़ों ग्रामीण इलाज कराने पहुंचे. चिकित्सकों ने गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच कर जरूरी दवा दी. उनका टीका से संबंधित कार्ड बनाया. चिकित्सकों ने बीमार बच्चों की जांच कर जरूरी दवा दी.
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