आम आदमी भी खा सकेंगें ‘आम’, सभी की थाली में दिखेगा फलों का राजा
इस बार हर जगह आम की अच्छी पैदावार हुई है. इस कारण यह काफी सस्ता है. वे बताते हैं कि पिछले साल इस वक्त थोक में हेमसागर 40 से 55 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, जो अभी आधी कीमत यानी 20 से 25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है.
जमशेदपुर में इस बार फलों का राजा खास से लेकर आम सभी की थाली में दिखाई देगा. साकची सब्जी मंडी के अध्यक्ष और 20 साल से फलों का कारोबार करने वाले बलवीर मंडल बताते हैं कि इस बार हर जगह आम की अच्छी पैदावार हुई है. इस कारण यह काफी सस्ता है. वे बताते हैं कि पिछले साल इस वक्त थोक में हेमसागर 40 से 55 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, जो अभी आधी कीमत यानी 20 से 25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है. लंगड़ा का भाव भी 50 प्रतिशत कम हो गया है. पिछले साल इस वक्त लंगड़ा थोक में 70 से 75 रुपये प्रति किलो बिका था. इस बार यह 30 से 35 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. वे यह भी बताते हैं कि आगे भी कीमत में ज्यादा अंतर होने वाला नहीं है. अनुमानत: यही कीमत रहेगी.
बंगाल व ओडिशा से आ रहा माल
बलवीर बताते हैं कि आवक देखें तो पिछले साल इस वक्त हर दिन पांच से छह गाड़ी ही माल आता था. इस बार 25 से 30 गाड़ी डेली माल आ रहा है. हिसाब लगाया जाये तो आवक में पिछले साल की तुलना में करीब 500 प्रतिशत की वृद्धि दिखायी देती है. इसलिए कहना न होगा, इस बार आम का स्वाद सभी ले सकेंगे. वे बताते हैं कि इस वक्त पश्चिम बंगाल से मुर्शिदाबाद, चौबीस परगना, मालदह और जग्गीपुर से बंबइया, लंगड़ा, हेमसागर, कृष्णभोग जैसे आम आ रहे हैं. इसके अलावा ओडिशा से भी डेली माल आ रहा है.
आंध्रप्रदेश से आवक कम
परसुडीह कृषि बाजार मंडी में फल के थोक विक्रेता आनंद राव बताते हैं कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा से माल आना शुरू हो गया है. इसी वक्त आंध्रप्रदेश से भी माल आना शुरू हो जाता था, लेकिन इस बार वहां से आम कम आ रहा है. वजह है वहां पैदावार अधिक नहीं होना. जो थोड़ा-बहुत भी माल आ रहा है, उसे पश्चिम बंगाल और ओडिशा के आवक ने पीछे कर दिया है. वैसे आंध्रप्रदेश से माल नहीं आने के कारण यहां के बाजार पर कोई असर नहीं दिख रहा. क्योंकि, अन्य जगह से अच्छी आपूर्ति हो रही है.
छोटे व्यापारी मंगा रहे माल
आनंद राव बताते हैं कि अभी पिकअप गाड़ी से अधिक माल आ रहा है. दो-तीन छोटे व्यापारी मिलकर पिकअप मंगा ले रहे हैं. इसलिए कितना माल आ रहा है, इसका सही-सही पता नहीं चल पाता. वैसे मोटे तौर पर सात-आठ गाड़ी माल परसुडीह मंडी आ रहा है. छोटे व्यापारी धनबाद, नागपुर वगैरह से माल मंगा रहे हैं.
जून से भागलपुरी लंगड़ा
बलवीर बताते हैं कि इस समय जमशेदपुर को भागलपुर, मुजफ्फरपुर और उत्तर प्रदेश के लंगड़ा और दशहरी का इंतजार है, जिसे आने में और एक से डेढ़ महीना लगेगा. यानी जून मध्य से यह आम आना शुरू हो जायेगा. हर जगह अच्छी पैदावार हुई है. इसलिए अच्छी आवक होगी. हर जगह के व्यापारियाें से बातचीत चल रही है. जब बिहार और उत्तर प्रदेश से आम आने लगेगा तब जमशेदपुर में आम की असली खुशी दिखेगी.
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अभी ओडिशा के लंगड़ा आम की अधिक डिमांड
साकची सब्जी मंडी में फल के थोक विक्रेता पंकज कुमार सिंह बताते हैं कि आंध्रप्रदेश से अप्रैल से बैंगनपिल्ली और सिंदुरी आना शुरू हुआ. मई के प्रथम सप्ताह से ओडिशा से बैंगनपिल्ली, सिंदुरी, आम्रपाली व दशहरी आना शुरू हुआ. पश्चिम बंगाल से हेमसागर व बंबइया आना चालू हुआ. वे बताते हैं कि वर्तमान में ओडिशा से आनेवाले लंगड़ा आम की काफी डिमांड है. इसके साथ हेमसागर आम भी ओडिशा से आ रहा है, जो मई भर चलेगा. जून से भागलपुर का लंगड़ा आना शुरू हो जायेगा. मध्य जून से उत्तर प्रदेश से लंगड़ा व दशहरी का आवक शुरू हो जायेगा.
आम के थोक भाव (प्रति किलो रुपये में)
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बंबइया : 20 से 25
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लंगड़ा : 30 से 35
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हेमसागर : 20 से 25
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कृष्णभोग : 20 से 22
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हेमसागर : 25 से 28
कहां से आ रहे किस किस्म के आम
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मुर्शिदाबाद, चौबीस परगना, मालदह, जग्गीपुर : बंबइया, लंगड़ा, हेमसागर, कृष्णभोग
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ओडिशा : लंगड़ा, दशहरी, आम्रपाली, बैंगनपिल्ली, सिंदुरी