यादें : 2:30 बजे रात में मंच पर चढ़े पंडित जसराज, भोर तक वे गाते रहे लोग सुनते रहे
पंडित जसराज 30-35 साल पहले संस्था ताज के कार्यक्रम में वह जमशेदपुर आए थे. रात 2:30 बजे धनबाद के सड़क मार्ग से जमशेदपुर पहुंचे और बिना फ्रेश हुए सीधे मंच पर पहुंच गये
जमशेदपुर : मेवाती घराना और ख्याल शैली गायकी के पंडित जसराज ने सोमवार को सुरों की दुनिया से रुखसत ले ली. अमेरिका में 90 वर्ष की उम्र में उनका निधन हुआ. उनकी मखमली गायकी का गवाह जमशेदपुर भी रहा है. करीब 30-35 साल पहले संस्था ताज के कार्यक्रम में वह जमशेदपुर आए थे. ताज के तत्कालीन अध्यक्ष तथा वर्तमान में टैगोर सोसायटी के महासचिव आशीष चौधरी ने बताया कि ताज के वार्षिक कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित किया गया था.
जिसमें रात भर कार्यक्रम हुआ था. उन्होंने बताया कि आज से करीब 20-25 साल पहले बंगाल क्लब के कार्यक्रम में भी पंडित जी आए थे. तब आशीष चौधरी बंगाल क्लब के असिस्टेंट सेक्रेटरी हुआ करते थे. श्री चौधरी उस दिन को याद करते हुए बताते हैं कि बंगाल क्लब के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पंडित जसराज रात 2:30 बजे धनबाद के सड़क मार्ग से जमशेदपुर पहुंचे.
यहां आने के बाद वह सीधे मंच पर पहुंचे और दो घंटे तक लगातार शास्त्रीय गायन किया. उस दौरान बंगाल क्लब खचाखच भरा हुआ था. एक भी व्यक्ति कुर्सी से नहीं उठा. आशीष चौधरी बताते हैं कि जब पंडित जी धनबाद से जमशेदपुर आये, तो उनसे कुछ देर आराम करने का आग्रह किया गया. कहा गया कि थोड़ा फ्रेश हो लें. लेकिन वे नहीं माने और सीधे मंच पर पहुंचे. ऐसे ही सुर के पक्के थे पंडित जसराज.
posted by : sameer oraon