रोमन कैथोलिक चर्च में रविवार की देर शाम जुटे कलीसियों ने विश्वास के साथ एक साथ हाले लुइया… हाले लुइया.. प्रेयर्स द लॉर्ड का उदघोष कर एक-दूसरे को प्रभु यीशु के जन्म लेने का सु-समाचार सुनाकर बधाई दी. हैप्पी क्रिसमस-मैरी क्रिसमस कहते हुए सभी ने बड़ों व छोटों का अभिवादन किया. सबसे बड़ा आयोजन गोलमुरी महागिरजा में हुआ. नाइट सर्विस का नेतृत्व संत जोसेफ महागिरजा के धर्माध्यक्ष बिशप तेलेस्फोर बिलुंग ने अपने हाथों में नन्हें बालक रूपी प्रभु यीशु का सभी को दर्शन कराया. बालक को चूमने, स्पर्श करने व उसका दीदार करने के लिए मसीही विश्वासी लंबी कतार बनाकर खड़े थे. मिस्सा बलिदान करने के बाद बिशप तेलेस्फोर बिलुंग ने कहा कि हमें खुले दिल से प्रभु यीशु को स्वीकार करना होगा, तभी हमें शांति मिलेगी. प्रभु यीशु को शांति का देवता कहा जाता है. उनके आगमन के बाद अब विश्व में चल रही लड़ाइयों का समापन होगा.
गोलमुरी चर्च में धर्माध्यक्ष बिशप तेलेस्फोर बिलुंग, टेल्को लुपिटा चर्च में फादर अल्फोंज, फादर टी कुजूर, फादर जयराज, बिरसानगर ज्ञानदीप चर्च में फादर लिनुस किंडो, बारीडीह मर्सी चैपल में फादर विपिन कुमार व फादर शीतल, मानगो संत एंथोनी चर्च में फादर सुरेश मिंज, परसुडीह संत रॉबर्ट चर्च में फादर बेनेडिक्ट मिंज, फादर प्रिंस, बिष्टुपुर में संत मेरी चर्च में फादर, लोयला परिसर में इंस्टेंट जीजस चर्च में फादर केएम जोसेफ, प्रिंसिपल विनोद फर्नांडीस व भिलाई पहाड़ी अस्पताल चर्च में फादर डेविड विसेंट प्रार्थना सभा की अगुआई की.
आज सभी चर्चों में दो बार प्रार्थना सभा
प्रभु यीशु के जन्मोत्सव को लेकर सोमवार की सुबह शहर के सभी गिरजाघरों में दो बार प्रार्थना सभा का आयोजन किया जायेगा. सभी चर्चों को आकर्षक विद्दुत सज्जा की गयी है. कलीसिया के बाहर काफी स्टॉल लगाये जायेंगे, जहां पहुंचने वालों को चाय-नाश्ता की सेवा प्रदान की जायेगी.
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