mich unique triathlon : 16 देशों की यात्रा पूरी जमशेदपुर पहुंचे इंग्लैंड के मिच, एवरेस्ट फतह करना है मकसद

jamshedpur sports news triathlon: इंग्लैंड के पूर्व रॉयल मरीन कमांडो मिच बुधवार को 16 देशों की यात्रा करके जमशेदपुर पहुंचे

By Prabhat Khabar News Desk | January 22, 2025 10:28 PM
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जमशेदपुर. इंग्लैंड के पूर्व रॉयल मरीन कमांडो मिच बुधवार को 16 देशों की यात्रा करके जमशेदपुर पहुंचे. टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन में टाटा स्टील खेल के प्रमुख मुकुल चौधरी, टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के प्रमुख हेमंत गुप्ता ने उनका स्वागत किया और मोमेंटो देकर सम्मानित किया. मौके पर उन्होंने युवाओं प्रेरित किया. मिच एक अभूतपूर्व ट्राइथलॉन (तैराकी, दौड़ व साइकिलिंग) के जरिये इतिहास रचना चाहते हैं. मिच अटलांटिक पार करने, अमेरिका भ्रमण में विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के बाद, अब वह 12 हजार किमी लंबे ट्रायथलान के जरिए एवरेस्ट फतह करने की कोशिश तक कर रहे हैं. इस मुश्किल यात्रा का मकसद मानसिक स्वास्थ्य और वन्यजीव संरक्षण के लिए धन जुटाना है. दीघा से दौड़कर काठमांडू जायेंगे मिच ने बताया कि वह 16 देशों की यात्रा पूरी कर जमशेदपुर पहुंचे हैं. वह अब साइकिल से दीघा और फिर वहां से दौड़कर काठमांडू जाएंगे. अप्रैल में एवरेस्ट बेस कैंप पहुंचकर वे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने की कोशिश करेंगे. 18.5 घंटे में इंग्लिश चैनल किया पार मिच के इस अभियान में साइकिलिंग, दौड़ और तैराकी शामिल है. 18.5 घंटे में इंग्लिश चैनल पार करने वाले मिच फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, स्लोवाकिया, बुल्गारिया, तुर्की, यूएई और पाकिस्तान होते हुए वे भारत पहुंचे. आठ महीने पहले इंग्लैंड के एक समुद्र तट से शुरू हुई इस यात्रा में अब तक 11,400 किमी की दूरी तय की जा चुके है. दीघा से काठमांडू तक 9,000 किमी की दूरी तय करने के बाद 3,200 फीट ऊंचे बेस कैंप से वे एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू करेंगे. मिच इस कठिन अभियान में 17 देशों की यात्रा, 130 दिन साइकिलिंग और औसतन 50 किमी प्रतिदिन दौड़ लगायेंगे. इराक व सर्बिया में हुई परेशानी इस यात्रा के दौरान मिच को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. सर्बिया में एक कार दुर्घटना के बाद सैकड़ों कुत्तों ने उनका पीछा किया. उन्हें एक सैन्य ट्रक में बंद कर दिया गया. इराक में भी उन्हें सैन्य प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा. उन्होंने चिलचिलाते अरब रेगिस्तान को साइकिल से पार किया. पाकिस्तान से बघा बार्डर पहुंचने पर ई-वीजा की वजह से उन्हें भारत में प्रवेश नहीं मिला. उन्हें इस्लामाबाद से अमृतसर के लिए हवाई जहाज लेना पड़ा. बाघा बार्डर पर भारत और पाकिस्तान की सीमा के बीच सिर्फ एक मीटर की दूरी तय करने के लिए उन्हें 4,000 किमी का चक्कर लगाना पड़ा. लिमिटलेस, नाम के इस अभियान दुनिया का पहला 12,000 किमी लंबा ट्रायथलान है जिसमें इंग्लिश चैनल तैरकर पार करना, 17 देशों में 10,500 किमी साइकिल चलाना और 1,300 किमी दौड़ना और पैदल चलना शामिल है.

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