क्या आपने किसी ऐसे व्यक्ति को देखा है, जिसकी आंखों से लगातार आंसू की जगह खून की धारा बहती है. आज आपको एक ऐसे व्यक्ति से मिलाते हैं, जिनकी आंखों से खून की धारा लगातार बहती है. वो भी एक साल से नहीं, बल्कि 17 साल से रूक-रूककर बह रही है. इस व्यक्ति का नाम है नरेश कुमार सुल्तानिया.
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा स्थित मधु बाजार चौक निवासी 55 वर्षीय नरेश कुमार सुल्तानिया की आंखों से करीब 17 सालों से आंख से खून बह रहा है. यह चिकित्सकों के लिए भी पहेली है. 17 साल पहले वह एक दिन बाइक चला रहे थे, तभी अचानक से आंख में अंधेरा छा गया. अंधेरा छाने के बाद वह रुके, तो देखा कि आंख से खून की धारा बह रही है. इसके बाद वह भागते हुए चिकित्सक के पास पहुंचे, लेकिन चिकित्सक कुछ नहीं बता पाये. इस बीच खून बंद हो गया. फिर रुक-रुककर बीच- बीच में खून आंख से निकलता है. यह खून एक या दो बूंद नहीं, बल्कि आधा से एक मिनट तक खून बहता ही रहता है.
एक माह में उसका कई लीटर खून निकल जाता है. अपना इलाज कराने के लिए वे वेल्लोर से लेकर हर जगह गये, लेकिन कहीं इलाज नहीं हो पाया और ना ही इसका कारण पता चल पाया. चिकित्सकों ने भी इसको पहेली बताया और कहा है कि यह रेयरेस्ट ऑफ रेयर बीमारी है. झारखंड के प्रख्यात नेत्र रोग चिकित्सक डॉ विभूति कश्यप ने बताया कि यह अनोखी बीमारी है. रेयरेस्ट ऑफ द रेयर यह केस है.
नेत्र रोग चिकित्सक डॉ विभूति कश्यप ने कहा कि इस बीमारी को ‘हिमोलेकेरिया’ कहा जा सकता है, जहां आंसू की जगह खून आता है. इसमें खून की धारा बहने का मामला है, तो यह टेस्ट करना होगा. ‘मैलेगरिन’ को भी देखना होगा. उसके बाद ही कुछ पता चल सकेगा. लेकिन यह जरूर अनोखा केस है.
रिपोर्ट : ब्रजेश सिंह, जमशेदपुर.