Chhath Pooja: जमशेदपुर शहर में पहली बार छठ घाटों पर होगी एनडीआरएफ की तैनाती

जमशेदपुर शहर में यह पहला मौका होगा जब छठ के अवसर पर नदी-तालाब घाटों पर एनडीआरएफ की तैनाती की जायेगी. छठव्रती व बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए नदी-तालाब घाट पर उतरते हैं. ऐसे में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह पहल प्रशासन ने की है.

By Mithilesh Jha | November 15, 2023 6:32 PM
an image

छठ पर्व को लेकर जमशेदपुर में नदी-तालाबों पर बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराने में प्रशासन की टीम जुट गयी है. इसमें पांच दर्जन से अधिक घाटों की सफाई, जाने वाले रास्ते की मरम्मत व प्रकाश की व्यवस्था, डेंजर जोन को चिह्नित कर रस्सी-बैलून से निशान लगाना, चेजिंग रूम बनाना, गोताखोर की तैनाती आदि की तैयारी की जा रही है. सुवर्णरेखा-खरकई समेत तालाबों की दुर्गापूजा प्रतिमा विसर्जन के बाद सफाई करायी गयी थी. पुन: कालीपूजा मूर्ति विसर्जन व पूजन सामग्री डालने से स्थिति पहले वाली हो गयी है. ऐसे 62 घाटों को चिह्नित कर अभियान चलाया जा रहा. हालांकि बड़ी आबादी इन दिनों घरों के आसपास वैकल्पिक घाट बनाकर पूजा करती है.

डेंजर जोन में आने वाले प्रमुख घाट

दोमुहानी सुवर्णरेखा, कपाली सुवर्णरेखा , कदमा सत्ती खरकई, कदमा पावर ट्रांसफॉर्मर सब स्टेशन खरकई, कदमा नील सरोवर, कदमा शास्त्रीनगर खरकई (ब्लॉक नंबर 1,2,3,4 व 5), बिष्टुपुर बेलीबोधन वाला खरकई, जुगसलाई महाकालेश्वर खरकई, बागबेड़ा बड़ौदा, मानगो वर्कर्स कॉलेज इंटेकवेल सुवर्णारेखा, मानगो चाणक्यपुरी, भुइयांडीह पांडेय, लक्ष्मीनगर कृत्रिम तालाब, सिदगोड़ा सूर्यमंदिर तालाब, बिरसानगर कृत्रिम तालाब, बारीडीह निराला पथ, भोजपुर सुवर्णरेखा, जिला स्कूल सुवर्णरेखा, हुडको तालाब, हुरलुंग सुवर्णरेखा, नारवा जादूगोड़ा, डिमना लेक, कांदरबेड़ा, जोयदा मंदिर, आदित्यपुर खरकई नदी.

शहर में पहली बार छठ घाटों पर एनडीआरएफ की तैनाती

जमशेदपुर शहर में यह पहला मौका होगा जब छठ के अवसर पर नदी-तालाब घाटों पर एनडीआरएफ की तैनाती की जायेगी. छठव्रती व बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए नदी-तालाब घाट पर उतरते हैं. ऐसे में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह पहल प्रशासन ने की है. दुर्गा पूजा में बिष्टुपुर बेलीबोधनवाला घाट पर हुए हादसे में दो लोगों की मौत से सबक लेकर उपायुक्त ने छठ पूजा में एनडीआरएफ की तैनाती की मांग की है. डेंजर चिह्नित घाटों पर टीम को तैनात किया जायेगा. हालांकि ऐसे घाटों में प्राइवेट गोताखोर पहले की तरह रहेंगे. आमतौर पर एनडीआरएफ की टीम बाढ़, भूकंप व दूसरी प्राकृतिक आपदाओं के समय बुलायी जाती है. यह पहला मौका होगा जब छठ से पूर्व सतर्कता को लेकर एनडीआरएफ टीम की तैनाती की जा रही है. स्वास्थ्य व आपदा मंत्री छठ पर शहर में ही रहेंगे.

Also Read: सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू, जानें झारखंड में कैसे हो रही है छठ पूजा

खरकई, सुवर्णरेखा से जुड़े अलग-अलग नदी घाटों की सफाई, जाने वाले रास्ते की मरम्मत, लाइट का इंतजाम रहेगा. नदियों के डेंजर जोन को देखते हुए गोताखोर की व्यवस्था रहेगी.कालीपूजा के विसर्जन के बाद नये सिरे से घाट को दुरुस्त किया जायेगा. कृत्रित तालाब का भी इंतजाम होगा. सफाई टीम के साथ सिटी मैनेजर को अलग-अलग जिम्मेदारी दे दी गयी है.

रवि प्रकाश, उप नगर आयुक्त, जमशेदपुर अक्षेस

मानगो सुवर्णरेखा इंटेकबेल घाट, चाणक्यपुर समेत 13 घाटों पर साफ-सफाई के अलावा गोताखोर, चेजिंग रूम, लाइटिंग की व्यवस्था छठ से तीन दिन पूर्व ही कर ली जायेगी. कालीपूजा विसर्जन के बाद नदी घाटों की सफाई की जायेगा. नदी घाटों में डेंजर जोन को चिह्नित कर लिया गया है.

सुरेश यादव, उप नगर आयुक्त, मानगो नगर निगम

जुगसलाई में महाकालेश्वर (शिव घाट) और पार्वती खरकई घाट में साफ- सफाई के लिए टीम काम कर रही है. बड़ा नाला में बैरिकेडिंग की जायेगी. नदी के डेंजर जोन में जाने की मनायी होगी. नदी घाट में जहां भी उबड़-खाबड़ है, उसे दुरुस्त किया जायेगा. घाट के समीप समतलीकरण किया जायेगा. छह गोताखोरों को लगाया जायेगा.

मोटराय बानरा, उपनगर आयुक्त, जुगसलाई नगर परिषद

नदी किनारे के छठ घाटों की साफ सफाई करायी जाये : कांग्रेस

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे के नेतृत्व में जिला कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के उपनगर आयुक्त रवि प्रकाश से मिला. ज्ञापन सौंप कर नदी किनारे के घाटों की साफ- सफाई तेज करने के साथ-साथ श्रद्धालुओं के नदी घाट में उतरने के रास्ते को दुरुस्त करने, लाइट का उचित प्रबंध करने, घाट पर चेंजिंग रूम और गोताखोरों की व्यवस्था करने कीमांग की. वहीं, टाउन हॉल और सोन मंडप के बगल से कचरे को साफ करने की मांग की. जमशेदपुर में पार्किंग व्यवस्था ठीक करने को कहा.

Exit mobile version