परवरिश में आती दिक्कत, इसलिए तीन हजार में किया नवजात बच्ची का सौदा
एमजीएम अस्पताल में बच्ची की खरीद बिक्री को लेकर हंगामा
बिक्री को लेकर एमजीएम अस्पताल में हंगामा, पुलिस ने दोनों पक्ष को साकची थाना ले गयी
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
एमजीएम अस्पताल में बुधवार को नवजात के खरीद बिक्री को लेकर विवाद हो गया. अस्पताल में तैनात होमगार्ड जवान पहुंचे. उन्होंने बच्ची को साथ ले जा रहे बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी की दंपती को रोका. सूचना पर साकची पुलिस पहुंची. दोनों पक्ष को साकची थाना ले गयी. इसकी जानकारी सीडब्ल्यूसी को दी.सीडब्ल्यूसी ने बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी की दंपती को बच्ची देने से इंकार कर दिया. जिसके बाद नवजात के माता-पिता बच्चे को साथ ले गये. सरायकेला स्थित सकलाडीह गांव निवासी गुरवा टुडू की पत्नी मालती टुडू ने गत शुक्रवार रात दो नवजात बच्ची को जन्म दिया. इस दौरान बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी के अनीता मुखी और उसके पति ईशु मुखी ने गुरवा टुडू से नवजात को गोद लेने की बात कही. जिसके बाद ईशु मुखी ने गुरवा टुडी को तीन हजार रुपये दिए. ईशु मुखी के अनुसार बच्चे को गोद लेने के लिए उसने कोर्ट से कागजात भी बनवाये थे. समझौते के अनुसार गुरबा टुडू ने एक बच्ची को हमें सौंप दिया. लेकिन इसी बीच उसके घरवालों ने बच्ची को देने से इंकार कर दिया.
बच्ची को गोद लेना चाहता था – ईशु मुखी
ईशु मुखी ने कहा कि शादी के सात साल हो गए. लेकिन उन्हें बच्चा नहीं है. इसी चाहत में बच्ची को गोद लेना चाहता था. लेकिन गुरवा के घरवालों द्वारा विरोध करने पर पुलिस हमें साकची थाना ले गयी. इधर, गुरवा टुडू की पत्नी मालती टुडू ने भी बेटी को देने से इंकार कर दिया. गुरवा टुडू के अनुसार उसने दो शादी की है. पहली पत्नी से चार बच्चे हैं. उसकी मौत होने के बाद दूसरी शादी की. मालती से भी उसे पूर्व में दो बेटी हुई थी. फिर शुक्रवार को उसने जुड़वा बच्ची को जन्म दिया. बच्चों की परवरिश में दिक्कत होगी. इस कारण मैंने एक बेटी बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी के अनिता मुखी को देने का फैसला किया. इसके लिए उनलोगों ने तीन हजार रुपये दिया था. इस मामले को लेकर साकची थाना में करीब दो घंटे तक दोनों पक्ष जमे रहे. पुलिस के अनुसार सीडब्लूसी द्वारा दोनों नवजात को उसके माता पिता को सौंप दिया गया है.