मच्छरजनित बीमारियों पर सिर्फ बैठकें कर लोगों को जागरूक करने में व्यस्त विभाग वरीय संवाददाता, जमशेदपुर बरसात में मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग एक के बाद एक बैठकें कर रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों, प्राइवेट व सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों को जानकारी दी जा रही है. लेकिन मच्छरजनित बीमारियों को रोकने के लिए विभाग के पास संसाधनों की घोर कमी है. पिछले एक माह से एंटी लार्वा नहीं है. एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए कर्मचारियों की भी कमी है. विभाग सिर्फ लोगों को जागरूक करने में लगा है. जबकि जिले में अभी तक डेंगू के छह मरीज मिल चुके हैं. मच्छरों को मारने के लिए पायराथ्रम व लार्वा मारने के लिए टैमीफॉस कारगर हैं. लेकिन विभाग के पास कोई दवा नहीं है. हर बैठक में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर एंटी लार्वा छिड़काव करने के साथ ही लोगों को जागरूक करने का दिशा-निर्देश देता है. लेकिन जमीन सच्चाई यह है कि दवा के अभाव सारी गतिविधियां ठप हैं. ———————————————————- फाइलेरिया विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी जिले में मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला फाइलेरिया विभाग के कर्मचारियों को लगाया जाता है. लेकिन फाइलेरिया विभाग में कर्मचारियों की कमी है. कुल सृजित पद 48 की जगह सिर्फ 17 कर्मचारी ही कार्यरत हैं. इसमें ऐसे पोस्ट भी हैं जिनमें एक भी कर्मचारी नहीं है. इनमें भी चार कर्मचारियों को दूसरी जगह पर प्रतिनियुक्त किया गया है. जिसमें सर्विलेंस विभाग के दो, कोल्ड चेन व टीबी विभाग में एक-एक कर्मचारी शामिल है. ——————————————————- विभाग में नहीं है टेक्नीशियन जिला फाइलेरिया विभाग में टेक्नीशियन का पोस्ट खाली है. मोटर चालक, लिपिक सहित अन्य पद भी खाली है. इस समय विभाग में लोगों को मच्छर जनित बीमारी को लेकर जागरूक करने के साथ ही फाइलेरिया बीमारी की जांच व दवा दी जा रही है. जिले में फील्ड वर्कर 36 की जगह सिर्फ 13 है वहीं फील्ड सुपरवाइजर का पोस्ट 12 है जिसमें दो ही कार्यरत हैं. कोट एंटी लार्वा दवा की खरीदारी के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जल्द ही दवा उपलब्ध करा दिया जायेगा. फिलहाल लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है. -डॉ ए मित्रा, जिला मलेरिया पदाधिकारी
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