Jharkhand News: ग्राहकों को एक साल में अब मिलेंगे 15 गैस सिलेंडर, अधिक लेने पर बताना होगा कारण
एक कनेक्शन पर एक साल में अब 15 गैस सिलेंडर ही मिलेंगे. इससे अधिक लेने पर उपभोक्ता को कारण बताया होगा. पहले 15 से अधिक सिलेंडर लेने का प्रावधान था. तेल कंपनियों ने यह बदलाव अवैध रिफिलिंग को रोकने और कॉमर्शियल सिलेंडर की खपत बढ़ाने के उद्देश्य से किया है.
Jharkhand News: अवैध रिफिलिंग को रोकने और कॉमर्शियल सिलेंडर की खपत बढ़ाने के लिए तेल कंपनियों ने बड़ा बदलाव किया है. अब एक गैस कनेक्शन पर एक साल में 15 से अधिक एलपीजी सिलेंडर (213 किलोग्राम) नहीं मिलेगा. देश की तीनों प्रमुख एलपीजी कंपनियों इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने सॉफ्टवेयर में बदलाव कर दिया गया है. इससे अधिक की डिमांड करनेवाले उपभोक्ताओं के आग्रह अस्वीकार कर दिया जा रहा है. उन्हें मैसेज भेज कर बताया जा रहा है कि उन्होंने 213 किलो से अधिक गैस का इस्तेमाल कर लिया है.
पहले 15 से अधिक सिलेंडर लेने का था प्रावधान
जमशेदपुर इंडियन ऑयल के डिस्ट्रीब्यूटरों ने बताया कि कंपनी ने यह कदम उन शिकायतों के मद्देनजर उठाया गया है, जिनमें यह कहा गया कि घरेलू सिलिंडर, कॉमर्शियल से सस्ती होने के कारण वह उपयोग होने लगी थी. तेल कंपनियों और एलपीजी वितरकों की माने, तो कंपनियों ने अब घरेलू उपयोग के सिलेंडर की राशनिंग करते हुए इसकी बिक्री को कंट्रोल किया है. अभी तक 15 से ज्यादा सिलेंडर लेने का था प्रावधान. कंपनियों ने परिवार को साल में केवल 15 घरेलू गैस सिलेंडर ही देने का निर्णय लिया है. अगर इससे ज्यादा सिलेंडर किसी परिवार को जरूरत है, तो उसे पहले अपनी एजेंसी को लिखित में देना होगा, ताकि एजेंसी वितरण कंपनी को बता सके.
15 से अधिक सिलेंडर लेने पर बताना होगा कारण
साल में 15 सिलेंडर की कैपिंग तय होगी, लेकिन इससे ज्यादा भी सिलेंडर कोई लेना चाहे तो उस पर कोई रोक नहीं होगी. लेकिन, इसके लिए कागजात दिखाने होंगे. कागजात के जरिये उन्हें बताना होगा कि अतिरिक्त सिलेंडर लेने का वाजिब कारण क्या है. इसके लिए राशन कार्ड, परिवार की संख्या जैसे विवरण के कागजात देने पडे़ंगे. ये कागजात डिस्ट्रीब्यूटर के पास जमा कराने होंगे जो उसकी जांच करेगा और सिलेंडर देगा. बता दें अभी 15 से ज्यादा सिलेंडर का प्रावधान था.
Also Read: झारखंड के गढ़वा में म्यूटेशन के 4 हजार से अधिक आवेदन पेंडिंग, ऑफिस का चक्कर लगा रहे लोग
दुरुपयोग पर रोक के मद्देनजर लिया गया फैसला
तेल कंपनियों के अधिकारियों की माने, तो सब्सिडी का पैसा 12 सिलेंडर तक दिया जाता है. चूंकि अब सब्सिडी का पैसा मिल नहीं रहा, तो नॉन सब्सिडी दर पर ही सभी एलपीजी उपभोक्ताओं को सिलिंडर मिलते हैं. अभी तक कोई भी परिवार कितने भी सिलेंडर ले सकता था. इसका दुरुपयोग हो रहा था.