भाजपा में अब 32-35 उम्र वाले होंगे मंडल अध्यक्ष

कार्यकर्ताओं को हर दिन सक्रिय रखने वाली भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनाव में जुट गयी है. पार्टी ने विधानसभा चुनाव को लेकर दर्जनों कार्यक्रमों की लिस्ट तैयार कर ली है.

By Prabhat Khabar Print | July 1, 2024 12:50 AM

जिला कमेटी में बदलाव के लिए मांगे गये नाम

भाजपा ने कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारियों में जुटने का किया आह्वान

4-5 दिनों में बदल जायेगा संगठन का स्वरूप

जमशेदपुर :

कार्यकर्ताओं को हर दिन सक्रिय रखने वाली भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव की समाप्ति के बाद पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनाव में जुट गयी है. पार्टी ने विधानसभा चुनाव को लेकर दर्जनों कार्यक्रमों की लिस्ट तैयार कर ली है. इसके साथ-साथ संगठन को नयी धार देने के लिए कुछ अहम बदलाव के भी संकेत प्रदेश नेतृत्व ने दिये हैं. जमशेदपुर महानगर में यह बदलाव 4-5 दिनों में दिखने लगेगी. महानगर कमेटी से दो-तीन जुलाई तक संभावितों के नाम भेजने का कहा है. छह जुलाई से भाजपा कई कार्यक्रमों के साथ चुनावी मोड में दिखनी शुरू हो जायेगी. प्रदेश नेतृत्व द्वारा तय किये गये मानकों के मुताबिक अब मंडलाध्यक्षों की आयु सीमा 32-35 के बीच ही सीमित की जानी चाहिए. यदि इस उम्र के कोई नहीं मिलते हैं तो इसमें दो-चार साल की छूट का प्रावधान भी रहेगा, लेकिन शर्त यह रहेगी कि उनमें संगठन नेतृत्व क्षमता अवश्य हो. प्रदेश कमेटी का यदि उम्र सीमा का नियम माना गया तो जमशेदपुर महानगर के 28 मंडलों के सभी अध्यक्ष बदल जायेंगे. प्रदेश कमेटी के इस नियम के लागू होने की संभावना काफी कम ही प्रतीत होती है. प्रदेश कमेटी ने जिलाध्यक्षों को कहा है कि वैसे पदाधिकारियों को अवश्य बदल दे, जो सिर्फ पद लेकर बैठे हैं, जबकि वे पूरी तरह से निष्क्रिय हैं. ऐसी स्थित में दूसरा कार्यकाल पूरा कर चुके मंडलाध्यक्षों की विदाई लगभग संभव है. जिलाध्यक्ष को यह भी कहा गया है कि उनमें से जो कार्यकुशल और बेहतर नेतृत्वकर्ता हैं उन्हें जिम्मेदारी पर बने रहने दें. जमशेदपुर भाजपा महानगर कमेटी में भी बदलाव दिखेगा. जिलाध्यक्ष को छोड़कर हर किसी पदाधिकारी के बदले जाने की संभावना है. जिलाध्यक्ष का विशेषाधिकार होगा कि मौजूदा कमेटी में जिम्मेदारी निभा रहे पदाधिकारियों को रहने दे या बदल दें. प्रदेश कमेटी ने सभी पदों पर डबल नाम मांगे हैं. जमशेदपुर महानगर में उपाध्यक्ष के छह पदों पर 12, महासचिव के दो पदों पर चार, मंत्री के दो पदों पर चार नाम मांगे हैं. इसमें सबसे खास टिप्पणी कोषाध्यक्ष के पद पर की गयी है. कहा गया है कि कोषाध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाया जाये, जो धनसंग्रह करने की क्षमता रखता हो. सिर्फ दिखावा-कोरम पूरा करने के लिए ही पद नहीं प्रदान किया जाये.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version