698 मरीजों ने कराया इलाज, सर्वर डाउन की वजह से बढ़ी परेशानी
जमशेदपुर :
कोलकाता में जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में जारी आंदोलन की वजह से पिछले एक सप्ताह से एमजीएम अस्पताल का ओपीडी बंद था. शुक्रवार को मरीजों की परेशानी को देखते हुये डॉक्टरों ने विरोध को जारी रखते हुये ओपीडी को खोल दिया. ओपीडी खुलने से मरीजों ने राहत की सांस ली. एक सप्ताह के बाद शुक्रवार को खुले ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन देखने को मिली. सुबह पहुंचे कई मरीजों ने भीड़ की वजह से शाम में डॉक्टर को दिखाया. शुक्रवार को एमजीएम के सभी विभागों में 593 और इमरजेंसी में 105 लोगों ने इलाज कराया. सबसे ज्यादा सर्दी खांसी व बुखार के मरीज पहुंचे थे.सर्वर डाउन होने से बढ़ी मरीजों की परेशानी
एक सप्ताह के बाद एमजीएम अस्पताल का ओपीडी खुला. इलाज के लिए सुबह से ही मरीजों की लाइन लग गयी थी. सर्वर डाउन रहने की वजह से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी. सभी मरीजों का मैनुअल तरीके से पर्ची बनाया गया, इस वजह से रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बैठे कर्मचारी भी परेशान रहे. वहीं पर्ची बनाने में देरी होने की वजह से कई मरीजों व उनके परिजनों ने हंगामा भी किया. होमगार्ड के जवानों ने आकर उन लोगों को शांत कराया.जूनियर डॉक्टरों ने किया काम
हड़ताल पर रहे जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार से अपना काम शुरू कर दिया. लेकिन शुक्रवार को एक्का-दूक्का ही ऑपरेशन हो सका. जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि शुक्रवार को कुछ छुट्टी पर थे. सोमवार से वे फुल फेज में ड्यूटी करेंगे. जितने मरीजों का ऑपरेशन पेंडिंग है, उसे जल्द किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है