Jamshedpur news.
एमजीएम अस्पताल के इएनटी विभाग में ‘नासोलैबियल सिस्ट’ से ग्रसित एक महिला का सफल ऑपरेशन किया गया. डॉक्टरों के अनुसार महिला को दो साल से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. धीरे-धीरे उसकी परेशानी बढ़ने लगी, तो इलाज कराने एमजीएम अस्पताल पहुंचीं. यहां जांच करने पर पता चला कि महिला बीएल नासोलैबियल सिस्ट से पीड़ित है. इसके बाद बीमारी की जानकारी मरीज के परिजनों को देते हुए बताया गया कि महिला के दांत के मसूड़े और दोनों नाक के बीच में सिस्ट हो गया है, जो काफी दुर्लभ माना जाता है. पूरे विश्व में इसके कुछ ही मरीज पाये गये हैं.इएनटी विभागाध्यक्ष सह प्रोफेसर डॉ संजय कुमार और डॉ बीएस हांसदा के नेतृत्व में डॉ नोमान आलम और डॉ दशरथ सिंह मुंडा ने मरीज की सर्जरी कर गांठ को बाहर निकाला. वहीं डॉ रोहित कुमार ने बताया कि बीएल नेसोलैबियल सिस्ट वास्तव में एक बहुत ही दुर्लभ बीमारी है और दुनिया में अब तक इसके कुछ ही मामले सामने आये हैं. यह बीमारी हमारे पीजी डॉक्टरों के लिए एक बड़ी सीख होगी. चूंकि ईएनटी विभाग में पीजी की पढ़ाई होती है, इसे देखते हुए यहां के चिकित्सकों ने इस पर शोध करने का निर्णय लिया है, ताकि इसके बारे में नयी-नयी जानकारी सामने आ सके. डॉ रोहित झा ने कहा कि नाक के एक तरफ सिस्ट पाये जाते हैं लेकिन दोनों तरफ बहुत ही दुर्लभ होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है