जमशेदपुर के शास्त्रीनगर में शांति बहाल, डीसी-एसएसपी ने लिया जायजा, बीजेपी का प्रशासन पर परेशान करने का आरोप
जमशेदपुर के शास्त्रीनगर में स्थिति सामान्य हो गयी है. मेन रोड की दुकानें खुलने लगी है, वहीं अभी भी इलाके में फोर्स तैनात है. बुधवार की रात डीसी-एसएसपी ने स्थिति का जायजा लिया. वहीं, जमशेदपुर आये बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने प्रशासन पर कार्यकर्ताओं को परेशान करने का आरोप लगाया.
Jharkhand News: जमशेदपुर स्थित कदमा शास्त्रीनगर में चार दिनों के बाद बुधवार को पूर्ण रूप से शांति बहाल हो गयी. लोग घरों से बेफिक्र निकल रहे हैं. बस्ती के अंदर और ब्लाॅक नंबर 3 चौक से चार नंबर जाने के रास्ते में मेन रोड की दुकानें भी खुलने लगी हैं. हालांकि यहां अभी फोर्स की तैनाती है. सड़क निर्माण कार्य चलने के कारण ब्लाॅक नंबर 3 से जटाधारी शिव मंदिर तक के रास्ते को बंद रखा गया है. पुलिस ने उपद्रव के मामले में भाजपा नेता सुधांशु ओझा, उमेश सिंह और संजय पांडेय को बुधवार को जेल भेज दिया. बुधवार को तीनों को मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया गया. इसकी सूचना मिलते ही भाजपा नेता रमेश हांसदा समेत कई भाजपा नेता कोर्ट पहुंचे थे. पुलिस अब तक 69 लोगों को जेल भेज चुकी है. कदमा शास्त्रीनगर में उपद्रव के मामले में कई नामजद आरोपी फरार हैं. मालूम हो कि शनिवार की रात शास्त्रीनगर ब्लाॅक नंबर 3 चौक पर हंगामा के बाद दोनों पक्षों में पत्थरबाजी एवं फायरिंग की घटना हुई थी.
देर रात डीसी-एसएसपी पहुंचे शास्त्रीनगर
कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर 3 में उपद्रव के बाद वर्तमान स्थिति का जायजा लेने बुधवार की रात उपायुक्त विजया जाधव और एसएसपी प्रभात कुमार दलबल के साथ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मस्जिद के ईमाम से भी बातचीत की और शांति बहाल करने में मदद करने की बात कही. उपायुक्त और एसएसपी ने पिछले चार दिनों से शास्त्रीनगर में तैनात फोर्स का भी हाल जाना और सतर्क रहकर लोगों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया. ताकि घटना की पुनरावृति ना हो सके.
दीपक प्रकाश ने प्रशासन पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को परेशान करने का लगाया आरोप
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि शास्त्रीनगर बवाल मामले में पुलिस ने भाजपा व अन्य संगठन के नेताओं पर जो धारायें लगायी हैं, वह प्राथमिकी से मेल नहीं खाती. यह पॉलिटिकल मोटिवेटेड एफआईआर है. साकची स्थित भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अभय सिंह को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया, उसका किस कानून और पुलिस मैन्युअल में उल्लेख है. वह भी बिना वारंट या कुर्की जब्ती के आदेश के. पार्टी के पदाधिकारी सुधांशु ओझा को एक अपराधी की तरह ओडिशा तक पीछा कर गिरफ्तार किया गया, उनके साथ मारपीट की गयी. सुनील गुप्ता उक्त तिथि को शहर में ही नहीं थे, उन्हें भी आरोपी बना दिया गया.
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दीपक प्रकाश का आरोप
दीपक प्रकाश ने कहा कि जिस दिन यह घटना घटी, उसदिन कदमा गणेश पूजा मैदान में वृहद रूप से इफ्तार पार्टी आयोजित थी, जिसमें कांग्रेस के एक बड़े नेता शामिल हुए. शास्त्रीनगर में बवाल करने वाले अधिकतर युवा उसी इफ्तार पार्टी से निकलकर गये थे. पुलिस ने इफ्तार पार्टी के आयोजकों पर कार्रवाई नहीं की, उल्टा गिरफ्तार किये गये एक कांग्रेसी नेता को पैरवी के बल पर रात में ही छोड़ दिया. संवाददाता सम्मेलन में सांसद विद्युत वरण महतो, डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, रीता मिश्रा, अनिल मोदी भी मौजूद थे. इससे पूर्व दीपक प्रकाश अभय सिंह से मिलने घाघीडीह जेल पहुंचे थे, हालांकि मुलाकात नहीं हो सकी. उनके साथ जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, अनिल मोदी, कुलवंत सिंह बंटी, संदीप शर्मा बॉबी, बलराम ठाकुर, मुरारी भालोटिया, हेमंद्र जैन, मंजीत सिंह गिल, त्रिदेव चट्टराज, रमेश प्रसाद भी घाघीडीह गये थे.