हॉकी को बढ़ावा देने के लिए चलाया गया ‘पेनाल्टी स्ट्रोक चैलेंज’
जमशेदपुर. हॉकी ईस्ट सिंहभूम की ओर से हॉकी को युवाओं में लोकप्रिय बनाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की गयी है.
जमशेदपुर. हॉकी ईस्ट सिंहभूम की ओर से हॉकी को युवाओं में लोकप्रिय बनाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की गयी है. पेनाल्टी स्ट्रोक चैलेंज के नाम से शुरू किये गये इस अभियान के तहत 30 अगस्त को नवल टाटा की 120वीं जयंती पर नवल टाटा हॉकी एकेडमी में हुक टू हॉकी कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसमें जिले भर के 15 स्कूलों के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे. नवल टाटा हॉकी एकेडमी ने शहर के स्कूलों में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी शुरुआत की है. फिलहाल पांच स्कूलों में 100 से अधिक विद्यार्थियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. कोच, बॉल व हॉकी स्टीक के अलावा हॉकी के अन्य उपकरण नवल टाटा हॉकी एकेडमी की ओर से दिये जा रहे हैं. शहर में एक मात्र डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल में होता है हॉकी जमशेदपुर में सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों की भरमार है. जहां, पर खेल को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग गेम्स का आयोजन होता. लेकिन आपको यह जान कर हैरानी होगी कि हमारा राष्ट्रीय खेल हॉकी मात्र डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल में ही होता है. स्कूल के पीटी क्लास के दौरान खिलाड़ियों को हॉकी सिखाया जाता है. इस स्कूल में एस्ट्रो टर्फ मैदान छोड़कर हर वह इक्यूपमेंट उपलब्ध है, जिसकी खिलाड़ियों को जरूरत होती. सबसे दिलचस्प बात यह है कि पूरे बिहार-झारखंड में सीआइएससीइ स्कूलों में केवल डीबीएमएस इंग्लिश व डॉन बॉस्को स्कूल गुमला ही ऐसी स्कूल है जहां बच्चों को हॉकी का प्रशिक्षण दिया जाता है.
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