वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
जिले में शुरू हो रहे बीसीजी (बैसिल कैलमेट-गुएरिन) टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ती जा रही है. विभाग द्वारा सर्वे कराया जा रहा है, लेकिन सर्वे के दौरान लोगों द्वारा सहयोग नहीं किया जा रहा है. इस संबंध में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश केसरी ने बताया कि कई जगहों पर पूछने पर लोगों द्वारा सही से बताया नहीं जा रहा है. उन्होंने बताया कि खड़गाझाड़ में एक जगह पर लगभग 1500 लोग रहते हैं, जिसमें कई टीबी के मरीज होने की आशंका है, लेकिन उन लोगों द्वारा सहयोग नहीं किया जा रहा है. कह रहे हैं कि वे लोग वैक्सीन नहीं लेगे.18 साल से अधिक उम्र के छह श्रेणियों के व्यक्तियों को टीका लगाया जायेगाजिला यक्ष्मा पदाधिकारी ने कहा कि पूरे जिले की लगभग 28 लाख आबादी है, जिसमें लगभग डेढ़ लाख लोगों का ही सर्वे हो पाया है, जबकि कम से पांच लाख होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 80 प्रतिशत लोग इसमें सहयोग नहीं कर रहे हैं. वैक्सीन देने का कार्य तीन माह में खत्म करना है. उन्होंने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के छह श्रेणियों के व्यक्तियों को टीका लगाया जायेगा. इसमें जिन व्यक्तियों को पहले टीबी की बीमारी हुई हो, टीबी मरीजों के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति, 60 साल और उससे अधिक का बुजुर्ग, कुपोषित वयस्क, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति तथा मधुमेह के मरीजों को बीसीजी का टीका लगाया जायेगा. मधुमेह रोग से पीड़ित व्यक्ति जिनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) 18 से कम हो, वैसे व्यक्ति जिन्होंने विगत पांच वर्षों में टीबी का इलाज कराया हो तथा वर्तमान में स्वस्थ हो, उन्हें बीसीजी का टीका लगाया जायेगा.
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