जमशेदपुर: निजी कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए पीएफ का पैसा काफी काम का होता है. इस पैसे का इस्तेमाल रिटायरमेंट के बाद ज्यादा होता है. लेकिन पीएफ के जमशेदपुर दफ्तर के अधीन आने वाले कर्मचारी रिटायरमेंट से पहले ही पैसे निकाल ले रहे हैं. एक साल में करीब 4.81 करोड़ रुपये का सेटलमेंट किया गया है. चूंकि, अब पीएफ राशि की निकासी ऑनलाइन ही कर सकते हैं.
ऊपर से जमशेदपुर पीएफ ऑफिस के कमिश्नर ने डेडलाइन दे दिया है न्यूनतम सात दिनों में पैसे की निकासी या सेटलमेंट की प्रक्रिया को पूरी कर ली जाये. इसलिए राशि की निकासी आसान हो गयी है.
जमशेदपुर ऑफिस से जुड़े 80 फीसदी कर्मचारी रिटायरमेंट के पहले ही पीएफ के पैसे की निकासी कर ले रहे हैं. सिर्फ 20 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो रिटायरमेंट के बाद पैसे की निकासी करते है. पीएफ कार्यालय की ओर से अपील की जा रही है कि पीएफ का पैसा आपात स्थिति में निकासी करें.
कोरोना के बाद एडवांस लेने वालों की संख्या बढ़ गयी है. कोरोना काल में दो बार एडवांस लेने का नियम लाया गया था. हालांकि इसकी समीक्षा खुद विभाग भी कर रहा है.
कमिश्नर. पीएफ कमिश्नर शशिभूषण कुमार ने बताया कि आसानी से पैसे की निकासी की व्यवस्था होने के कारण लोग पीएफ के पैसे निकाल रहे हैं. वैसे रिटायरमेंट के बाद पैसा निकालने से बेहतर होता है. वैसे भी जो व्यक्ति का अंशदान है और पैसे जमा है, वह पीएफ ऑफिस में सुरक्षित ही है.
पेंशनरों का अब जीवित होने का सर्टिफिकेशन होता है. इसमें अब अंगुलियों के निशान के बजाय फेस आइडी से मिलान होगा. इसमें यह कहा गया है कि कई लोगों के अंगुलियों के निशान नहीं पाये जाते हैं. इस कारण अब फेस आइडी यानी चेहरा देखकर आइडी का मिलान करने का प्रावधान तय कर दिया गया है. करीब 63 हजार पेंशनरों को यह संदेश दिया गया है. पीएफ आयुक्त के निर्देश पर 50 हजार लोगों को इसका मैसेज एसएमएस के जरिये जमशेदपुर और आसपास भेज दिया गया है.