जमशेदपुर के इन इलाकों में फिर घट सकती है जहरीली शराब कांड की घटना, जमकर हो रही है अवैध बिक्री

सीतारामडेरा उरांव बस्ती में जहरीली शराब कांड को लेकर कई लोगों की मौत हो चुकी है. बावजूद अबतक सीतारामडेरा उरांव बस्ती और मुंडा बस्ती से शराब का कारोबार नहीं थम रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2023 1:06 PM

श्याम झा, जमशेदपुर

सीतारामडेरा उरांव बस्ती में एक बार फिर जहरीली शराब कांड होने की आशंका जतायी जा रही है. पर्व त्योहार के दौरान पुलिस की व्यस्तता बढ़ जाती है. ऐसे में अवैध शराब की बिक्री बढ़ जाती है. थाना से महज 200 मीटर की दूरी पर देर रात तक अवैध शराब की बिक्री की जाती है. गत सात अक्तूबर की रात शराब बिक्री के विवाद में ही अवैध शराब विक्रेता दुर्गा साव के घर पर युवक ने फायरिंग की गयी. इस मामले में पुलिस ने एक युवक चितरंजन मोहंती को गिरफ्तार किया. अबतक उसके दो साथी फरार हैं. सीतारामडेरा हरिजन स्कूल के आस पास भी शराब की बिक्री होती है. उरांव बस्ती और मुंडा बस्ती में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है. इन अड्डों पर शहर के अलग- अलग क्षेत्र के युवक जुटते हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो एक बार फिर शराब माफिया खुलेआम शराब की बिक्री कर रहे हं. यह स्थिति तब है, जब सीतारामडेरा उरांव बस्ती में जहरीली शराब कांड को लेकर कई लोगों की मौत हो चुकी है. बावजूद अबतक सीतारामडेरा उरांव बस्ती और मुंडा बस्ती से शराब का कारोबार नहीं थम रहा है.

बिक रहे नकली शराब

शहर में कई इलाकों में नकली शराब की बिक्री हो रही है. दो दिनों पूर्व मानगो जवाहर नगर 17 में पुलिस ने नकली शराब फैक्ट्री में छापामारी कर भारी मात्रा अंग्रेजी और देसी शराब बरामद किया. इससे पूर्व सीतारामडेरा के भुइयांडीह में भी पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापामारी कर भारी मात्रा में नकली शराब बरामद किया था. शराब की खपत सीतारामडेरा उरांव बस्ती, मुंडा बस्ती समेत अन्य कई जगहों पर हो रही है. उरांव व मुंडा बस्ती में की गयी छापेमारी में भारी मात्रा में शराब बरामद हो चुकी है.

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छापामारी के दौरान भाग जाते हैं संचालक

अवैध शराब कारोबारियों पर छापेमारी के दौरान अक्सर संचालक और कारोबारी आसानी से फरार हो जाते हैं. इसका कारण यह है कि बस्ती में घुसने व निकलने के कई रास्ते हैं. इसका फायदा अवैध शराब कारोबारी उठाते हैं.

दुकानें बंद होने पर बिकती हैं अवैध शराब

जानकारी के अनुसार सीतारामडेरा में अवैध शराब का कारोबार दिन से ज्यादा रात 10 बजे के बाद होता है. सरकारी शराब दुकानें बंद होने के बाद अवैध शराब की बिक्री बढ़ जाती है.

जहरीली शराब कांड में 34 लोगों की जा चुकी है जान

वर्ष 1995 में सीतारामडेरा उरांव बस्ती में जहरीली शराब से 34 लोगों की जान जा चुकी है. घटना से पूर्व सीतारामडेरा उरांव बस्ती के कुछ लोगों की आंखों की राेशनी चली गयी थी. बाद में लोगों की जान भी जाने लगी.

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