डॉक्टरों के आंदोलन के एक साल बाद भी एमजीएम में नहीं बना पुलिस पिकेट
एमजीएम अस्पताल परिसर में लगातार हो रही घटनाओं को रोकने को लेकर अस्पताल परिसर में पुलिस पिकेट खोलने की मांग होती रही है. डॉक्टरों की मांग के एक साल बीत जाने के बाद भी यहां पुलिस पिकेट नहीं बन सका.
जमशेदपुर :
एमजीएम अस्पताल परिसर में लगातार हो रही घटनाओं को रोकने को लेकर अस्पताल परिसर में पुलिस पिकेट खोलने की मांग होती रही है. डॉक्टरों की मांग के एक साल बीत जाने के बाद भी यहां पुलिस पिकेट नहीं बन सका. इसको लेकर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) का एक प्रतिनिधिमंडल एमजीएम अधीक्षक डॉक्टर रवींद्र कुमार से मिलकर जल्द से जल्द पुलिस पिकेट बनाने की मांग की. वहीं अधीक्षक डॉक्टर रवींद्र कुमार ने कहा कि इस मामले की जानकारी जिला प्रशासन को दी गयी है. फिर से रिमाइंडर भेजा जायेगा, ताकि इसपर त्वरित कार्रवाई हो सके. वहीं जेडीए के अध्यक्ष डॉक्टर गणेश श्रीवास्तव ने कहा कि चिकित्सकों की सुरक्षा देशभर में चर्चा का विषय बना है. इसके बावजूद भी यहां सबकुछ रामभरोसे चल रहा है. अगर, जल्द ही इसका समाधान नहीं हुआ तो फिर से जूनियर चिकित्सक हड़ताल करने को बाध्य होंगे. ज्ञात हो कि सितंबर 2023 में एमजीएम अस्पताल के शिशु रोग विभाग के एक चिकित्सक की पिटाई मरीज के परिजनों ने कर दी थी. इससे आक्रोशित चिकित्सकों ने कामकाज ठप कर हड़ताल पर चले गये थे. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले को गंभीरता से लेते 10 दिनों के अंदर पुलिस पिकेट बनाने का भरोसा दिया. मगर आज तक पुलिस पिकेट नहीं बना.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है