Jharkhand News (जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम) : पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर के टेल्को खडंगाझाड़ स्थित मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर, उनकी पत्नी सह CWC की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की, ट्रस्ट की वार्डेन गीता देवी और उसके बेटे आदित्य सिंह को पुलिस ने मध्य प्रदेश के सिंगरौली के शांति नगर से गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को जेल भेज दिया. टेल्को थाना में बच्ची के बयान पर दर्ज मामले में पुलिस ने यह कार्रवाई की.
एसपी सिटी सुभाष चंद्र जाट ने बुधवार को बिष्टुपुर थाना परिसर स्थित हॉल में बताया कि बच्चियों के बयान पर केस दर्ज होने के अगले ही दिन पुष्पा रानी तिर्की ने प्रशासन का सहयोग करने की बात कही थी. इसके बाद सभी फरार हो गये थे. एएसपी कुमार गौरव के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने चारों आरोपियों को मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया. पुलिस उन्हें शहर ले आयी. पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है.
मदर टरेसा वेलफेयर ट्रस्ट से फरार दो बच्चियों ने संचालक हरपाल सिंह थापर पर यौन शोषण और अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया था. बच्चियों के बयान पर टेल्को थाना में हरपाल सिंह, टोनी डेविड, वार्डेन गीता देवी, CWC की तत्कालीन अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की और आदित्य सिंह पर छेड़खानी और अश्लील हरकत करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.
पुलिस बच्चियों को ढाल बना कर झूठा केस कराने और ट्रस्ट के फंड का दुरुपयोग करने के मामले की भी जांच कर रही है. इधर, मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक व पत्नी समेत फरार अन्य आरोपी पर कार्रवाई करने पर भाजपा नेता अंकित आनंद ने डीसी सूरज कुमार और एसएसपी डॉक्टर एम तमिलवानन के प्रति आभार प्रकट किया है.
पुष्पा रानी तिर्की और हरपाल सिंह पूर्व में सिंगरौली में 15 वर्षों तक रहे हैं. उनके कई रिश्तेदार और दोस्त वहां हैं. सिंगरौली के स्कूल में ही पढ़ने के दौरान दोनों में दोस्ती हुई थी. इसके बाद दोनों ने शादी कर ली. जमशेदपुर से फरार होने के बाद दोनों ने फोन बंद कर लिया था. अचानक फोन ऑन करने पर उनके सिंगरौली में होने का लोकेशन मिला. पूछताछ में पुलिस को बताया कि सभी सड़क मार्ग से सिंगरौली गये थे. एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि कई बिंदुओं पर जांच चल रही है.
पुलिस के अनुसार, हरपाल सिंह और पुष्पा रानी तिर्की ट्रस्ट में रहने वाले बच्चियों को ढाल बना कर गलत काम करते थे. झूठे केस में लोगों को फंसा कर रुपये की मांग करते थे. मानगो के एक मामले में नाबालिग पीड़िता ने डीएसपी को दिये बयान में CWC के कहने पर बयान देने की बात कही थी. यास तूफान के राहत कार्य में जुटे घोड़ाबांधा पंचायत के वार्ड मेंबर को बच्ची से अश्लील हरकत के मामले में जेल भेजने के आरोप पर भी जांच शुरू हो गयी है.
पुलिस के अनुसार, ट्रस्ट का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है. अकाउंट में राशि कहां-कहां से आयी और किस मद में उसका उपयोग हुआ उसकी जांच की जायेगी. यह बात भी सामने आयी है कि ट्रस्ट के लिए जो सरकारी सहयोग आता था उसे हरपाल सिंह अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था.
Posted By : Samir Ranjan.