Jamshedpur news.
कोल्हान के सबसे बड़े 540 बेड के सरकारी अस्पताल एमजीएम, जिसको एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित नये भवन में शिफ्ट किया जा रहा है. वहां लगभग 750 बेड हैं, जिसको चलाने के लिए कर्मचारियों के साथ अधिक डॉक्टरों की जरूरत होगी. वहीं अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों की काफी कमी है. इससे मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी होती है. एमजीएम अस्पताल में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर, सीनियर रेजिडेंट व जूनियर रेजिडेंट मिलाकर कुल 309 पोस्ट हैं. इसमें सिर्फ 178 डॉक्टर ही कार्यरत हैं. वहीं डॉक्टरों का 131 पोस्ट अभी भी खाली है. एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर द्वारा कॉलेज में मेडिकल के छात्रों को पढ़ाने के साथ ही अस्पताल में मरीजों का इलाज भी करना पड़ता है.मेडिकल कॉलेज के हर विभाग में प्रोफेसर की कमी
एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रोफेसर की काफी कमी है. अस्पताल में मेडिकल विभाग में तीन प्रोफेसर का पोस्ट है, जिसमें सिर्फ एक ही प्रोफेसर नियुक्त हैं. इसके साथ ही कई ऐसे विभाग हैं, जिसमें एक-एक प्रोफेसर कार्यरत हैं, वहीं पांच विभाग में एक भी प्रोफेसर नहीं हैं.
एमजीएम में डॉक्टरों की कमी
पद का नाम – स्वीकृत – कार्यरतप्रोफेसर – 34 – 24एसोसिएट प्रोफेसर – 40 -10
असिस्टेंट प्रोफेसर – 72 – 42सीनियर रेजिडेंट – 73 – 48जूनियर रेजिडेंट – 90 – 54
कोट
अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को लेकर विभाग को पत्र लिखा गया है. विभाग द्वारा डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है. इसके साथ ही जब तक नियुक्ति नहीं हो जाती है, तब तक बाहर से डॉक्टरों को हायर करने के लिए कहा गया है, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो.– डॉ नकुल चौधरी, उपाधीक्षक एमजीएम अस्पतालB
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