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प्रभात खबर 25 साल : स्वास्थ्य क्षेत्र में संसाधन बढ़े, डॉक्टरों की संख्या में आयी कमी

प्रभात खबर 25 साल पूरे करने जा रहा है, इसकी मुझे काफी खुशी है. प्रभात खबर ने स्वास्थ्य क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठा कर जनहित में बहुत अच्छा काम किया है. पिछले 25 सालों में पूरे कोल्हान में स्वास्थ्य के क्षेत्र में संसाधन बढ़े

By Prabhat Khabar News Desk | August 23, 2020 6:31 AM

डॉ. एसी अखौरी, पूर्व प्राचार्य, एमजीएम मेडिकल कॉलेज

प्रभात खबर 25 साल पूरे करने जा रहा है, इसकी मुझे काफी खुशी है. प्रभात खबर ने स्वास्थ्य क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठा कर जनहित में बहुत अच्छा काम किया है. पिछले 25 सालों में पूरे कोल्हान में स्वास्थ्य के क्षेत्र में संसाधन बढ़े, लेकिन इसकी तुलना में डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या काफी कम हुई है. वर्तमान सभी बीमारियों का इलाज शहर में उपलब्ध है, लेकिन विशेषज्ञों की कमी के कारण आज भी लोगों को इलाज कराने के लिए बाहर जाना पड़ता है. यहां पर हर विषय में पीजी की पढ़ाई नहीं होना, डॉक्टरों की कमी का मुख्य कारण है. सभी विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू हो जायेगी, तो लड़के यहीं पीजी करेंगे.

पीजी नहीं होने के कारण लड़के बाहर पढ़ाई के लिए जाते हैं, उसके बाद बहुत कम ही लड़के वापस आते हैं. इस समय सरकार पीजी की पढ़ाई के लिए काम कर रही है. एमजीएम में भी तीन विषय में पीजी की पढ़ाई शुरू हो चुकी है. अन्य विषयों में भी पीजी की पढ़ाई शुरू करने की जरूरत है. ताकि अधिक से अधिक डॉक्टर झारखंड को मिल सकें. शहर में मेडिकल कॉलेज खुल गया, लेकिन इसका अपना अस्पताल नहीं था. जिस कारण मेडिकल के छात्रों को टीएमएच में जाकर पढ़ाई करनी पड़ती थी.

लेकिन एमसीआइ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज का अपना अस्पताल होना चाहिए. उसके बाद कॉलेज से छह किलोमीटर दूर अस्पताल बनाया गया. जिससे छात्रों को परेशानी हो रही है. इसको देखते हुए अब कॉलेज परिसर में अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है. पहले ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र होते थे, लेकिन वहां भी मरीजों का सही से इलाज नहीं हो पता था. अभी सरकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी स्वास्थ्य केंद्र, अटल क्लिनिक सहित अन्य कई स्वास्थ्य केंद्र खोली है, लेकिन वहां डॉक्टर, संसाधन नहीं रहने के कारण लोगों को जिस तरह का लाभ मिलना चाहिए, नहीं मिल पा रहा है.

पहले सब डिवीजनल अस्पताल, सदर अस्पताल व स्टेट डिस्पेंसरी में ही लोगों को इनडोर की सुविधा मिलती थी. गंभीर मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया जाता था. झारखंड राज्य बनने के बाद इसमें कुछ सुधार हो रहा है. राज्य में नये-नये मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं. लेकिन मेडिकल छात्रों के नामांकन कराने की संख्या अभी भी कम है. आज के समय में आधुनिक चिकित्सा की मांग बढ़ी है. जिसके कारण लोग प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराना चाहते हैं.

डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए राज्य में हजारीबाग, पलामू, दुमका में तीन नये मेडिकल कॉलेज खोले गये हैं, जिससे अधिक से अधिक मेडिकल के छात्रों का नामांकन हो सके. राज्य में पारामेडिकल व नर्सों की काफी कमी है, इसको दूर करने के लिए सरकार को नर्सिंग स्कूल खोलने की जरूरत है. हाल के दिनों में चिकित्सा क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी राज्य के अंतिम छोर में रहने वाले लोगों तक सही से स्वास्थ्य सुविधा नहीं पहुंच रही है. इसको ध्यान में रखकर सरकार को स्वास्थ्य सेवा में विस्तार करने की जरूरत है. ताकि लोगों का सरकारी अस्पताल के प्रति जो विश्वास है, वह बना रहे़

सिख समाज के प्रतिनिधियाें की राय

प्रभात खबर की यह विशेषता रही है कि खबराें के मामले में सभी धर्म-संप्रदाय काे प्राथमिकता प्रदान की जाती है. जन समस्याआें काे उठाना आैर उनके समाधान में अहम याेगदान देना इसकी खासियत है. जुगसलाई आरआेबी, पुरुषाेत्तम दुर्घटना, स्टेशन राेड के आंदाेलन में अखबार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.

-सरदार शैलेंद्र सिंह, प्रधान, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

प्रभात खबर हमें अपना अखबार लगता है. जब तक सुबह इसे नहीं पढ़ लें, तब तक दिनचर्या अधूरी रहती है. इसमें सबको समान महत्व दिया जाता रहा है, जो इस अखबार की विशेषता रही है. 25 साल के सफल लंबे करियर के लिए पूरी प्रभात खबर की टीम काे बधाई.

-इंदरजीत सिंह, उपाध्यक्ष, पटना तख्त प्रबंधक कमेटी

सिख समाज काे हमेशा प्रभात खबर ने अपना भरपूर समर्थन दिया है. हर छाेटी-बड़ी खबर को पूरी प्राथमिकता देते हुए प्रकाशित किया गया है. प्रभात खबर सिखाें की अावाज आैर हिमायती बनकर उभरा है. इसमें शहर की छोटी-बड़ी घटनाओं को स्थान मिलता है.

-सरदार महेंद्र सिंह, प्रधान, सीजीपीसी

प्रभात खबर का शुरू से पाठक रहा हूं. बेहतर कवरेज, जन समस्याओं काे प्रमुखता से प्रकाशित करना, उनका समाधान कराना, इसकी पहचान रही है. सभी धर्माें के पर्व-त्योहार को इसमें प्रमुखता से छापा जाता है. .

-गुरदेव सिंह राजा, संरक्षक, सीजीपीसी

निर्भीक आैर निष्पक्ष अखबार के रूप में प्रभात खबर की समाज में अपनी अलग पहचान है. समाज के साथ-साथ व्यापार जगत की समस्याअाें काे सरकार-प्रशासन तक पहुंचाने में प्रभात खबर हमेशा से अहम भूमिका निभाता रहा है.

-हरविंदर सिंह मंटू, प्रधान, साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

प्रभात खबर समाज का प्रमुख स्तंभ है. सामाजिक कार्याें में प्रमुखता दी जाती है. हर समुदाय काे बराबर अधिकार मिलता है. राजनीतिक से अधिक धार्मिक-सामाजिक खबराें काे स्थान मिलता है.

-दलजीत सिंह दल्ली, संयाेजक, सीजीपीसी चुनाव कमेटी

प्रभात खबर का प्रारंभ से पाठक हूं. मेरे दिन की शुरुआत प्रभात खबर से ही हाेती है. सभी खबराें काे बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया जाता है. धार्मिक कार्यक्रमाें काे प्रमुखताा से प्रकाशित करते हैं.

-जगीर सिंह, प्रधान, जेम्काे गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

अखबार में व्यवसायी वर्ग काे काफी प्रमुखता प्रदान की जाती है. सरकार के समक्ष बाताें काे रखने के लिए यह हमारा मजबूत प्लेटफॉर्म है. 25 साल का कामयाब सफर विश्वास से ही पूरा हाेता है.

-गुरदीप सिंह पप्पू, प्रधान, झारखंड सिख विकास मंच

सिख समाज में प्रभात खबर की गहरी पैठ है. इसे अपने घर का अखबार माना जाता है. पक्ष हाे या विपक्ष, सभी की बाताें काे संयमित तरीके से प्रकाशित करना इसकी अपनी खूबी है. खबराें से दाेनाें ही पक्ष संतुष्ट रहते हैं.

-तरसेम सिंह, प्रधान, टिनप्लेट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

समाज की धार्मिक खबराें के अलावा अन्य समस्याआें काे भी प्रमुख स्थान मिलता है. भ्रष्टाचार-घाेटालाें की खबराें काे खाेद कर यह अखबार निकालता है. निडर प्रहरी के रूप में कार्य करता है.

-गुरुचरण सिंह बिल्ला, प्रधान, झारखंड सिख प्रतिनिधि बाेर्ड

मेरीन ड्राइव काे लेकर लगातार प्रभात खबर ने अभियान चलाया. लॉकडाउन के दाैरान प्रभात खबर ने अपनी जिम्मेदारी का परिचय दिया. सामान एकत्र कर जरूरतमंदाें तक पहुंचाया. इसने एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका बखूबी निभाई.

-तारा सिंह, प्रधान, साेनारी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

समाज की खबराें के साथ-साथ विवादाें काे भी प्रमुखता मिलती है. जिससे समाधान का मार्ग भी प्रशस्त हाेता है. गुरुपर्व के साथ-साथ गुरुद्वाराें में आयाेजित छाेटे-बड़े कार्यक्रमाें काे भी प्रमुखता मिलती है. जिसके लिए सभी प्रभात खबर के काफी आभारी हैं.

-सुखविंदर सिंह, प्रधान, कदमा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

रंगरेटा समाज की समस्याआें काे काफी प्रमुखता मिलती है. छाेटी-छाेटी बाताें काे बड़े तरीके से प्रकाशित किया जाता है. प्रभात खबर को साझा अखबार माना जाता है. समाज काे आगे लाने में प्रभात खबर की अहम भूमिका रही है.

-मंजीत सिंह गिल, प्रधान, रंगरेटा महासभा

जितने भी धार्मिक कार्यक्रम हाेते हैं, उनमें प्रभात खबर शामिल नहीं हाे, तो वे अधूरे रह जाते हैं. अमृत का बाट्टा का आयाेजन जब हाेता है, ताे उसकी सूचना प्रभात खबर में प्रकाशित हाेने पर लाेग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. आयाेजन काे सफल बनाने का मुख्य साथी है प्रभात खबर.

-जत्थेदार राम किशन सिंह, चेयरमैन, अकाली दल जमशेदपुर

मानगाे आैर एनएच की समस्याआें काे प्रभात खबर ने ही हल कराया है. मानगाे लीज एरिया के बाहर का क्षेत्र है. यहां के लाेगाें की आवाज प्रभात खबर है. इसमें छोटी-बड़ी समस्याएं, धार्मिक कार्यक्रम आदि प्रकाशित होता है. इसमें समस्याएं छपने से उनका समाधान हाेना तय माना जाता है.

-भगवान सिंह, प्रधान, मानगाे गुरुद्वारा कमेटी

अखबार काे पढ़ने से पता चलता है कि यह सभी का है. यही कारण है बेमिसाल 25 साल आैर वह भी नंबर वन, यूं ही यह मुकाम नहीं मिल जाता. खबराें काे बढ़ा-चढ़ाकर प्रकाशित नहीं किया जाता है.

-डॉ अमरजीत सिंह, प्रधान, गम्हरिया गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी

स्टेशन आैर आसपास की समस्याआें काे प्रमुखता से अखबार में उठाया जाता है. उन्हें सुलझाने का रास्ता भी बताया जाता है. स्टेशन राेड निर्माण में प्रभात खबर की अहम भूमिका रही है.

-नरेंद्र पाल सिंह भाटिया, वरीय उपाध्यक्ष, सीजीपीसी

जनहित के जाे भी मुद्दे उठाये, उन्हें प्रभात खबर ने प्राथमिकता दी. आंदाेलनाें काे सफल बनाने आैर उसे मुकाम तक पहुंचाने में प्रभात खबर का अहम राेल रहा है. प्रभात खबर में खबर का प्रकाशित हाेना यानी घर-घर तक अपनी बात का पहुंच जाना है.

-सतनाम सिंह गंभीर, प्रधान, अॉल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन

महिलाआें की जाे समस्याएं हाेती हैं, उन्हें काफी प्राथमिकता दी जाती हैं. धार्मिक कार्यक्रमाें काे सफल बनाने में प्रभात खबर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है. इसमें सूचना प्रकाशित हाेते ही लाेग उस पर अमल भी करते हैं.

-सुखजीत काैर, प्रधान, सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा जमशेदपुर

नाै साल स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रही. हर छाेटी-छाेटी कमेटियाें के चुनाव की खबरें, समस्याआें के समाधान पर महिलाआें की आवाज बनकर प्रभात खबर ने अपनी अहम पहचान बनायी.

-कमलजीत काैर, चेयरमैन, सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा जमशेदपुर

धार्मिक समागम हाेते हैं, उन्हें बेहतर कवरेज मिलता है. अपनी आवाज काे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में प्रभात खबर का अहम याेगदान रहता है. सभी काे साधुवाद.

-दलबीर काैर, चेयरमैन, सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा जमशेदपुर

Post by : Pritish Sahay

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