प्रभात खास : धान खरीद में फर्जीवाड़ा पर अंकुश, किसान अब अंगूठा लगाकर ही बेच सकेंगे धान
जिले में किसानों से धान क्रय करने के बाद धान का भुगतान करने के लिए जिले में 52 हजार रुपये का पहला फंड आया है. हालांकि जिले से धान के लिए बड़ी राशि का आवंटन देने की मांग की है, लेकिन मंगलवार शाम तक 95 क्विंटल धान के एवज में सात किसानों को भुगतान नहीं हो पाने के पीछे तकनीकी कारण बताया जा रहा है.
सूबे में धान खरीद में फर्जीवाड़ा नहीं हो, इसे लेकर राज्य सरकार ने किसानों से धान क्रय के सिस्टम में बदलाव किया है. इस साल धान खरीद में निबंधित किसान ई-पॉस मशीन में अपना अंगूठा लगाने के बाद ही धान बेच सकेंगे. इसके लिए सभी धान क्रय करने वाले लैंपस-पैक्स में ई-पॉस मशीन उपलब्ध रहेगा. आधार युक्त सिस्टम से धान क्रय को जोड़ा गया है. हालांकि अब तक पूर्वी सिंहभूम समेत राज्य में धान खरीद का सिस्टम मैनुअल था. इसमें फर्जीवाड़ा की आशंका थी, लेकिन आधारयुक्त सिस्टम से धान खरीद होने पर ऐसी आशंकाओं पर स्थायी रूप से विराम लगेगी.
जिला में आया 52 हजार रुपये का पहला फंड
जिले में किसानों से धान क्रय करने के बाद धान का भुगतान करने के लिए जिले में 52 हजार रुपये का पहला फंड आया है. हालांकि जिले से धान के लिए बड़ी राशि का आवंटन देने की मांग की है, लेकिन मंगलवार शाम तक 95 क्विंटल धान के एवज में सात किसानों को भुगतान नहीं हो पाने के पीछे तकनीकी कारण बताया जा रहा है.
अब जिले से ई-पॉस मशीन की नयी डिमांड
ई-पॉस मशीन से धान की खरीद धान क्रय केंद्र सह लैंपस-पैक्स में होनी है. जिले में चिह्नित 39 केंद्रों के लिए (हर केंद्र के लिए एक-एक) ई पॉस मशीन की जरूरत है. जिले में ई-पॉस मशीन की अनुपलब्धता के कारण धान खरीद में देरी होने की आशंका है.
2300 रुपये प्रति क्विंंटल मिलेग, 117 रुपये बोनस भी
जिले में किसानों को धान बेचने पर राज्य सरकार ने 2300 रुपये प्रति क्विंटल के दर से भुगतान करने का निर्णय लिया है, इसमें 117 रुपये बोनस की राशि भी शामिल है. किसानों को धान बेचने पर तुरंत संबंधित किसान के बैंक खाते में धान के निर्धारित दर का 50 फीसदी भुगतान किया जायेगा. शेष जब मिलर से चावल मिलेगा, तब किसानों को बची हुई शेष 50 फीसदी राशि का भुगतान किसान के बैंक खाता में करेगी.
39 धान क्रय केंद्र चिह्नित
पूर्वी सिंहभूम जिले में किसानों से धान क्रय करने के लिए कुल 39 धान क्रय केंद्र (लैंपस-पैक्स) चिह्नित किया गया है. यह सभी 39 लैंपस-पैक्स जिले के 11 प्रखंडों में अलग-अलग अवस्थित है. सभी प्रखंडों में धान क्रय केंद्र खोलने के पीछे किसानों को धान बेचने के लिए दूर जाना नहीं पड़े. 39 केंद्रों के लिए ई-पॉस मशीन उपलब्ध नहीं थी, इस कारण चार केंद्रों में ई-पॉस लगाकर धान खरीदारी शुरू की गयी है, 95 क्विंटल धान खरीद की गयी है.
22 मिलर चिह्नित कर लैंपस-पैक्स से किये गये टैग
जिले में किसानों से धान खरीदने वाले लैंपस-पैक्स सह धान क्रय करने के बाद धान को मिलरों के पास भेजना है. इसके लिए जिले में 22 मिलर चिह्नित किये गये हैं. हालांकि जिले में 23 मिलर चिह्नित थे, इसमें एक मिलर के यहां मरम्मत कार्य चलने के कारण 22 मिलर को अंतिम रूप से टैग किया जा सका है.
जिले में किसानों से धान की खरीद के लिए ई-पॉस मशीन में अंगूठा लगाकर ही लिया जायेगा. इसका आदेश आया है. जिले में 39 धान क्रय केंद्र के लिए विभाग से 39 ई-पॉस मशीन की मांग की गयी है.
सलमान जफर खिजरी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम.
मुख्य बिंदू
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धान खरीद के पूर्व का सिस्टम बंद, नये सिस्टम में लैंपस-पैक्स में इ-पॉस से खरीदारी होगी.
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पूर्व में जिले में धान की उपज से ज्यादा किसानों ने धान बेचने के मामले के बाद उठाये कदम.
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