टाटा वर्कर्स यूनियन. एक जनवरी 2025 से वेज रिवीजन हो जायेगा लंबित प्रमुख संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा स्टील में वेज रिवीजन पर अब चार्टर्ड ऑफ डिमांड को लेकर तैयारी की जा रही है. छठ के बाद कमेटी मेंबरों के सारे सुझावों को समेकित तौर पर इकट्ठा करने के बाद सारे ऑफिस बियररों के साथ बैठक होगी. बैठक के बाद फिर से चार्टर्ड ऑफ डिमांड सौंपा जायेगा. बता दें कि पिछले दिनों ही टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु समेत अन्य पदाधिकारियों ने कमेटी मीटिंग में सारी बातों पर चर्चा की थी. इसके बाद सारे सुझावों को नोट किया गया है, जिसके बाद इन सारी बातों को चार्टर्ड ऑफ डिमांड के तौर पर रखा जायेगा. मैनेजमेंट को यूनियन की ओर से पहले चार्टर्ड ऑफ डिमांड सौंपा जाता है. इसके बाद मैनेजमेंट की ओर से भी चार्टर्ड ऑफ डिमांड सौंपा जाता है. इसके आधार पर भी दोनों से बीच का रास्ता निकाला जाता है. यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने कहा है कि छठ के इसे लेकर ऑफिस बियररों के साथ चर्चा की जायेगी. इसके आधार पर फिर चार्टर्ड ऑफ डिमांड सौंपा जायेगा. कमेटी मेंबरों के बहुमूल्य सुझाव आये है, जिसके आधार पर इसको तैयार किया जायेगा. इसके बाद मैनेजमेंट जो डिमांड देगा, उसको भी हाउस में रखेंगे ताकि साफगोई से समझौता किया जा सके. गौरतलब है कि 2019 में सात साल के लिए समझौता हुआ था, जो 31 दिसंबर 2024 तक प्रभावी है. इसके तहत एक जनवरी 2025 से वेज रिवीजन लंबित हो जायेगा. वेज रिवीजन समझौता का समय कम बचा है, ऐसे में यूनियन को चार्टर्ड ऑफ डिमांड सौंपना ही चुनौती है. इसके अलावा टाटा स्टील के कर्मचारियों का आइबी पर प्वाइंट वैल्यू पर भी समझौता होना है. इसे लेकर भी वार्ता करने की बारी है. इसे लेकर कर्मचारियों की ओर से दबाव बनाया जा रहा है. चूंकि आइबी पर प्वाइंट वैल्यू लंबित हो चुका है और कर्मचारियों का अगर यह समझौता नहीं हुआ, तो यह लंबित रह जायेगा और एरियर की राशि भी नहीं मिलेगी. यही वजह है कि आइबी पर प्वाइंट वैल्यू को पहले करने का दबाव बनाया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है