कदमा : विरोध के बीच रामजनमनगर में अतिक्रमित चार मकानों को प्रशासन ने तोड़ा
कदमा रामजन्म नगर में अतिक्रमण कर बने चार मकानों को जिला प्रशासन, पुलिस ने अभियान चलाकर हटाया गया. हालांकि इसका महिलाओं और स्थानीय बस्तीवासियों ने विरोध किया.
वरीय संवाददाता, जमशेदपुर
कदमा रामजन्म नगर में जमीन अतिक्रमण कर बने चार मकानों को जिला प्रशासन व पुलिस की मदद से ध्वस्त किया गया. प्रशासनिक टीम साढ़े तीन बजे अतिक्रमण हटाने पहुंची थी. इस दौरान घरों में रह रहे लोगों ने नोटिस नहीं मिलने की बात कह विरोध जताया. महिलाएं पुलिस से उलझती रहीं. महिलाओं को पुलिस ने घर से बाहर निकाल दिया. इधर सूचना मिलने पर स्थानीय लोग और भाजपा नेता तारक मुखर्जी सहित कई पहुंचे और अभियान रोकने की मांग की. उनका कहना था कि स्थानीय लोग 1993 से यहां बसे हुए हैं. लेकिन अधिकारियों ने बीपीएलई, जेपीएलई वाद में पारित आदेश का हवाला देते हुए दो जेसीबी की मदद से बबली दास के दो मकान, निधि कुमारी का एक और गीता देवी का एक मकान ध्वस्त कर दिया. एसडीओ पारूल सिंह के आदेश पर जमशेदपुर प्रखंड के सीओ मनोज कुमार, वरीय दंडाधिकारी जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी अजीत कुमार की तैनाती की गयी थी. क्या है मामलाबीपीएलइ, जेपीएलइ वाद में शामिल भूमि पर पारित आदेश के आलोक में भूमि सुधार उप समाहर्ता धालभूम जमशेदपुर के द्वारा कदमा रामजन्म नगर में तीन लोगों के कब्जे से भूमि का अतिक्रमण हटाने का आदेश पारित किया था. आदेश के उपरांत नोटिस भी जारी किये गये, लेकिन प्रशासन का कहना था कि अतिक्रमण नहीं हटाया गया. पारित आदेश के तहत शनिवार को पुलिस बल, क्यूआरटी जवानों और मजिस्ट्रेट के साथ अतिक्रमण को हटाया गया. जेपीएलई केस संख्या 122/ टीएल/ 22- 23 न्यू प्लॉट नंबर 2679 वार्ड नंबर 2 में मीना मिश्रा का 4800 स्क्वायर फीट, राकेश कुमार का 4800 स्क्वायर फीट और निधि कुमारी के 10500 स्क्वायर फीट पर जेपीएलई केस दायर किया गया था. शनिवार को बबली दास के कब्जे से 10, 500 स्क्वायर फीट ओर मीना मिश्रा के कब्जे से 4800 स्क्वायर फीट जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराया गया.
भारतीय जनतंत्र मोर्चा ने तोड़फोड़ की निंदा की
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के पश्चिमी जमशेदपुर विधानसभा के संयोजक मुकुल मिश्रा ने रामजन्म नगर में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुए तोड़- फोड़ की निंदा की है. प्रेस बयान जारी कर कहा कि उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी मोर्चा के संरक्षक सह विधायक सरयू राय को दे दी गयी है.
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