जमशेदपुर : उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि कोरोना के मरीजों के लिए जेआरडी कॉम्प्लेक्स में 250 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही मेडिका अस्पताल को भी टाटा स्टील अौर टीएमएच ले रहा है अौर 25 अगस्त तक 30 बेड की वेंटिलेटर, 40 बेड पर ऑक्सीजन समेत 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है. उपायुक्त ने जिला सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सीएसआर के तहत क्या सहायता कर सकते हैं, इस पर विचार-विमर्श किया गया.
साथ ही प्रोटोकॉल को लेकर चेतावनी दी गयी कि पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जायेगी. प्रवासी मजदूरों को नौकरी के लिए भी वार्ता की गयी. कहा कि सीएसआर के तहत फंड उपलब्ध कराने के लिए कहा गया, जिसके इस्तेमाल के लिए कमेटी बनायी गयी है, जिसमें प्रशासनिक, स्वास्थ्य विभाग अौर कॉरपोरेट के प्रतिनिधि रहेंगे. इस फंड से अॉक्सीजन कंसट्रेंटर, एंबुलेंस, मेडिकल किट, अतिरिक्त स्वास्थ्य/सफाई कर्मियों के मानदेय तथा अन्य आवश्यकताओं की प्रतिपूर्ति, इमरजेंसी राहत सामग्री की व्यवस्था की जायेगी, जिसकी सरकार स्तर पर व्यवस्था नहीं हो पायेगी.
होम आइसोलेशन व कोविड सेंटर में रह रहे लोगों के दवा के पैकेट पहुंचाने के संबंध में भी बात की गयी. साथ ही बैठक में कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि अपने पोषक क्षेत्र तथा कर्मचारियों के लिए 100 बेड का कोविड केयर सेंटर का निर्माण सुनिश्चित करें, ताकि जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल व कोविड केयर सेंटर पर अनावश्यक दबाव न पड़े. हॉट स्पॉट हो रहे चिह्नित : उपायुक्त ने बताया कि हॉट स्पॉट को चिह्नित किया जा रहा है अौर अब तक छह हॉट स्पॉट चिह्नित किये जा चुके हैं.
हॉट स्पॉट व कंटेनमेंट जोन में फोकस कर जांच करायी जायेगी. बेड की कमी नहीं : उपायुक्त ने कहा कि बेड की कमी नहीं है अौर लगभग 2500 बेड की व्यवस्था है, जिसमें 700 बेड भरे हुए हैं. लोगों से अपील है कि सांस की समस्या या कोई अौर लक्षण है, जो बिना विलंब किये इलाज के लिए सामने आये, तो स्वस्थ होने की ज्यादा संभावना है. कोविड से सावधानी जरूरी है, डरने की कोई जरूरत नहीं है. घर में कोई बुजुर्ग, बीमार या छोटे बच्चे हैं, तो सावधानी बरतनी जरूरी है. एमजीएम अौर टीएमएच में एसिप्टोमेटिक मरीज नहीं लिये जायेंगे अौर उन्हें कोविड सेंटर भेजा जायेगा, ताकि इन अस्पतालों में अॉक्सीजन बेड की संख्या में कमी नहीं हो.
एमजीएम के 35 डॉक्टर व कर्मचारी हो चुके हैं कोरोना पॉजिटिव : कोरोना के बढ़ते संक्रमण की चपेट में लगातार डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी भी आ रहे हैं. एमजीएम अस्पताल में सोमवार को एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. उन्हें टीएमएच में भर्ती किया गया है. बाद में उन्हें एमजीएम अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया. उनके साथ परिवार सदस्य व ड्राइवर को भी पॉजिटिव पाये जाने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अब तक एमजीएम अस्पताल में कोविड वार्ड में ड्यूटी करने वाले 35 डॉक्टर व कर्मचारी पाॅजिटिव हो चुके हैं. सभी का इलाज कोविड वार्ड में चल रहा है. इस कारण हर दिन डॉक्टरों व कर्मचारियों की कमी होती जा रही है.
डॉक्टर-स्टाफ पॉजिटिव पाये जाने पर अस्पताल-नर्सिंग होम बंद नहीं करें, इलाज से नहीं कर सकते इनकार
उपायुक्त ने बताया कि प्राइवेट अस्पताल अौर नर्सिंग होम संचालकों के साथ बैठक की गयी अौर कोविड पॉजिटिव मरीज के डायलिसिस की व्यवस्था के संबंध में विचार किया गया है. एमजीएम में यह व्यवस्था की जा रही है, टीएमएच में पूर्व से व्यवस्था है तथा एडीएमएच, स्टील सिटी नर्सिंग होम समेत कुल पांच अस्पतालों में 10 दिनों में व्यवस्था की जायेगी. कैंसर मरीजों के इलाज के लिए एमटीएमएच में आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़ायी जा रही है. निजी अस्पतालों में स्टाफ-डॉक्टर के पॉजिटिव पाये जाने पर पूरे अस्पताल को बंद करने से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित होती है.
पूरे अस्पताल को बंद नहीं करने अौर जिस वार्ड में पॉजिटिव पाये जाते हैं, उसका सैनिटाइजेशन करने का निर्देश दिया गया है. डॉक्टर-नर्स पॉजिटिव पाये जाते हैं, तो उसके आइसोलेशन की व्यवस्था करने अौर जो निगेटिव आते हैं उन्हें ड्यूटी करने तथा सिर्फ संदेह के आधार पर मरीजों को नहीं लौटाने तथा संदिग्ध मरीजों के लिए आइसोलेशन बेड की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. किसी मरीज को एडमिट करने से इनकार करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है.
भीड़ वाले बाजारों में भी टेस्ट करायेंगे : उपायुक्त ने कहा कि सोशल डिस्टैसिंग के पालन के लिए वाहनों की जांच करायी जा रही है. गुटखा-तंबाकू बेचने वाली दुकानों में छापेमारी की जा रही है. साथ ही भीड़ वाले बाजारों में भी टेस्ट करायी जायेगी अौर ज्यादा पॉजिटिव मिलते हैं, तो बाजार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
चार स्थायी टेस्टिंग सेंटर की होगी स्थापना : उपायुक्त ने कहा कि इस माह से शहर में चार स्थानों पर परमानेंट कलेक्शन-टेस्टिंग सेंटर की स्थापना की जायेगी, जहां लोग आकर टेस्ट करा सके.
सदर अस्पताल पहुंचा कोरोना पॉजिटिव मरीज, एमजीएम रेफर : सदर अस्पताल परिसर में सोमवार को उस समय कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया, जब सांस व बुखार की शिकायत लेकर एक व्यक्ति एमजीएम अस्पताल पहुंचा. अस्पताल में जांच करने के बाद वह कोरोना पॉजिटिव मिला. उसके बाद बेहतर इलाज के लिए मरीज को एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया. वहीं पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया गया.
Post by : Pritish Sahay