जमशेदपुर : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के बीच हेमंत सोरेन की सरकार पर बड़ा हमला किया है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आरोप लगाया है कि हेमंत सोरेन सरकार अपनी विफलता का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ना चाह रही है.
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श्री दास ने आरोप लगाया कि जहां केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से परेशान गरीब, जरूरतमंदों के लिए खजाने खोल दिये हैं, राज्य सरकार ने अपने खजाना का मुंह बंद कर रखा है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि हर काम केंद्र सरकार करे.
श्री दास ने कहा कि केंद्र सरकार ने झारखंड को प्रधानमंत्री वन धन योजना के तहत 415 करोड़ रुपये, मनरेगा के तहत राज्य सरकार को 602 करोड़ रुपये, एसडीआरएम फंड के लिए 284 करोड़ रुपये की सीधी आर्थिक सहायता दी है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान योजना के तहत झारखंड में 2,000 रुपये प्रति किसान, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राशन कार्डधारियों को अगले तीन माह तक अतिरिक्त पांच किलो चावल या गेहूं, एक किलो दाल देने का निर्णय लिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि दिव्यांगों व विधवाओं को 1,000 रुपये की सहायता और जन धन खाते में अगले तीन माह तक 500-500 रुपये की सहायता केंद्र दे रहा है. उज्ज्वला योजना के तहत तीन माह तक मुफ्त सिलिंडर दिया जायेगा.
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भाजपा नेता ने सवाल किया कि राज्य सरकार बताये कि केंद्र से मिली सहायता को उसने कितना जमीन पर उतारा है. साथ ही राज्य के कोष से उसने क्या क्या किया है. श्री दास ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार न तो विधि व्यवस्था संभाल पा रही है, न लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा पा रही है.
श्री दास ने कहा कि राहत कार्य की असलियत जगजाहिर है. उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं, उनमें 90 प्रतिशत को अब तक राज्य सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली है. सिर्फ मीडिया में लोगों को मदद देने का प्रचार किया जा रहा है.
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उल्लेखनीय है कि झारखंड में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं. सिर्फ 5 दिन में 11 नये मामले सामने आये हैं, जिसमें एक की मौत हो चुकी है. झारखंड के 24 में से 3 जिलों में कोरोना से संक्रमित मरीज दर्ज किये गये हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.