Jharkhand News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा है कि झारखंड में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है. एक ओर मुख्यमंत्री सरकारी खर्च पर ‘सरकार आपके द्वार’ चलाने का ढोंग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. राजस्व कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर चल रही हड़ताल को लेकर हेमंत सरकार के उदासीन रवैये के कारण राज्य के छात्र व आम लोग परेशान हैं.
झारखंड के विद्यार्थी, बुजुर्ग, आम लोग परेशान
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि कई मेधावी बच्चे, जिनका राज्य और राज्य के बाहर मेडिकल कॉलेज, पॉलिटेक्निक, सरकारी समेत अन्य संस्थानों की मेरिट लिस्ट में नाम आ गया, आवासीय प्रमाण पत्र नहीं बन पाने के कारण उनका नामांकन नहीं हो पा रहा है. उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है. इसके साथ ही राज्य के कई गरीब, जो इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं, उन्हें सरकारी मदद के लिए आय प्रमाण पत्र बनवाना होता है. हड़ताल के कारण वे भी नहीं बनवा पा रहे हैं. इससे गरीब बेहतर इलाज से भी वंचित हो रहे हैं. इस असंवेदनशील सरकार के कारण गरीबों को पेंशन से भी वंचित होना पड़ रहा है.
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हेमंत सोरेन सरकार से रघुवर दास की मांग
श्री दास ने कहा कि जमीन के दाखिल-खारिज, जमीन त्रुटिकरण, नक्शा पास कराने जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं. अहंकार में डूबी हेमंत सोरेन की सरकार केवल अपनी पीठ थपथपाने में लगी है. उसे गरीबों व आम लोगों की बिल्कुल भी चिंता नहीं है. रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि राजस्व कर्मचारियों के साथ बैठककर उनकी मांगों पर विचार करें और जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का निराकरण कर हड़ताल समाप्त करायें, ताकि आम लोगों के जरूरी काम हो सकें.