रघुवर-सरयू राय गुट में भिड़ंत के बाद जमशेदपुर के इस इलाके में लगी धारा 144, मामले में दो थाना प्रभारी तलब
सूर्य मंदिर परिसर में छठ उत्सव को लेकर आयोजन से पहले रघुवर-सरयू गुट के बीच शुक्रवार को हुए टकराव के बाद प्रशासन ने टाउन हॉल और आसपास क्षेत्र में 144 लगा दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरयू राय के समर्थकों के बीच हुई झड़प में पुलिस प्रशासन ने टाउन हॉल और आसपास क्षेत्र में 144 लगा दिया है. इस मामले में दो थाना प्रभारी को तलब किया गया है. वहीं एडीएम ने कहा है कि इस मामले में अब कड़ी कार्रवाई होगी. ज्ञात हो कि सूर्य मंदिर परिसर में छठ उत्सव को लेकर आयोजन से पहले रघुवर-सरयू गुट के बीच शुक्रवार को जोरदार टकराव हुआ. एसडीओ के आदेश पर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी ने टाउन हॉल की ओर जाने वाले दोनों मुख्य गेटों पर ताला लगवा दिया. यहां तीन पाली में दंडाधिकारी व फोर्स की प्रतिनियुक्त कर दी गयी है.
सरकारी भवन-स्थल क्षेत्र में किसी तरह का सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का आदेश दिया गया है. निषेधाज्ञा से सूर्य मंदिर कैंपस को मुक्त रखा गया है. सूर्य मंदिर समिति की धार्मिक गतिविधियां मंदिर- छठ घाट तक ही सीमित रहेंगी. एसडीओ ने थाना प्रभारी को दोनों पक्षों की शिकायत पर कार्रवाई करने और निषेधाज्ञा का प्रस्ताव बनाकर देने को कहा है.
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि सूर्य मंदिर परिसर में दोनों समितियों ने कार्यक्रम की तैयारी की थी. रघुवर दास समिति ने स्टेज व केनोपी लगा दिया था, जबकि सरयू राय कमेटी के लोगों ने ठीक सामने केनोपी लगा दिया था. इसे लेकर दोनों गुट के बीच विवाद शुरू हुआ. दोनों पक्ष के लोगों के बीच चल रही बातचीत के बीच कुछ युवकों ने पहले से लगे केनोपी व स्टेज में तोड़-फोड़ शुरू कर दी.
इसके बाद दूसरे गुट के केनोपी को भी उजाड़ दिया गया. कुछ देर में कुर्सियां-लाठी-डंडों से दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमला करने लगे. पुलिस ने बल प्रयोग कर दोनों गुटों के लोगों को तितर-बितर किया और घायलों को थाना ले आयी. गंभीर रूप से घायल अजय सिन्हा समेत दो को एमजीएम भेजा गया. घायल सुबोध श्रीवास्तव, ऋषि पांडेय को सिदगोड़ा थाना लाया गया.
कुछ देर बाद ही सूर्य मंदिर का विवाद में सिदगोड़ा थाना केंद्र बन गया. भाजपा नेता गुंजन यादव, दिनेश कुमार, रामबाबू तिवारी, भूपेंद्र सिंह, मंजीत सिंह गिल, नीरज सिंह, सतबीर सिंह सोमू, राकेश सिंह समेत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता गेट पर धरना देकर बैठ गये. सूचना मिलते ही पहुंचे एसडीओ, डीटीओ व डीएसपी ट्रैफिक भीड़ को एकतरफ कर घायल सुबोध, अजीत शर्मा, ऋषि पांडे को पुलिस वाहन में एमजीएम अस्पताल भेजा.
पुलिस ने लगाया ताला, अज्ञात लोगों ने तोड़ा. सिदगोड़ा टाउन हॉल के दोनों गेट पर ताला लगा दिया गया था. एसडीओ, सिटी एसपी वहां पहुंचे, तो देखा कि ताला टूटा और गेट खुला है. जानकारी लेने पर पता चला कि कुछ लोगों के वाहन मैदान में फंस गये थे, जिसे निकालने के लिए ताला तोड़ दिया गया था. इसके बाद फिर से दोनों गेटों पर ताला लगा दिया गया.
राम नारायण के बेटे अजीत शर्मा पर थाना के पास हमला. सूर्य मंदिर विवाद की जानकारी लेने थाना पहुंचे भाजमो नेता राम नारायण शर्मा के बेटे अजीत शर्मा पर (अमित शर्मा का छोटा भाई) कुछ लोगों ने हमला कर दिया. उनके मुंह में चोट आयी है और दांत टूट गया.
भूपेंद्र गुट से की एसडीओ ने बात, रामनारायण शर्मा ने किया इनकार
सिदगोड़ा थाना में एसडीओ पीयूष के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों ने सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र गुट के लोगों के साथ बात कर घटना की जानकारी ली. समर्थकों के साथ उन्हें थाना परिसर के सामने से हटने को कहा. दूसरे पक्ष के रामनारायण शर्मा को भी एसडीओ ने बात करने के लिए बुलाया, रामनारायण शर्मा अंदर गये, वहां पहले से भूपेंद्र गुट के लोगों को देखा तो यह कहते हुए लौट आये कि जिन्होंने हमला किया है, वे लोग सब यहीं बैठे हैं, उनके साथ कैसे बैठकर घटना का वृतांत बतायें.
देर रात थानेदार तलब
जमशेदपुर. सिदगोड़ा टाउन हॉल के पास शुक्रवार की रात हुई मारपीट को पुलिस ने भी गंभीरता से लिया. देर रात डीएसपी (हेड क्वार्टर टू) कमल किशोर और सिदगोड़ा थाना प्रभारी रंजीत कुमार लिखित शिकायत का इंतजार कर रहे थे. इस बीच एसएसपी ने थाना प्रभारी को तलब कर लिया.
दोनों पक्ष को समझाने का किया था प्रयास, अब करेंगे कड़ी कार्रवाई : एडीएम
एडीएम नंद किशोर लाल ने कहा कि दोनों ओर से आयी लिखित शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. अब बिना अनुमति कोई गतिविधि का संचालित स्थल पर नहीं होगा. सिदगोड़ा थाना से 144 निषेधाज्ञा का प्रस्ताव मांगा गया, उसे तुरंत लागू किया जायेगा. किसी पक्ष को कार्यक्रम आयोजन की अनुमति नहीं दी गयी थी. धार्मिक आयोजन के अलावा किसी तरह गतिविधियां वहां संचालित नहीं होंगी. प्रशासन ने दोनों पक्ष के लोगों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. ऐसी गतिविधियों को किसी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.