मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर:
बिष्टुपुर राममंदिर के बगल स्थित द्विवेदी अखाड़ा के जुलूस में छऊ नृत्य के माध्यम से युद्ध कला का प्रदर्शन किया गया. हनुमान व अन्य भगवानों की झांकी आकर्षण का केंद्र रही. शाम छह बजे के बाद झंडा जुलूस निकला. बिष्टुपुर के रजक अखाड़ा, बिष्टुपुर बाजार व बिष्टुपुर गुरुद्वारा बस्ती का वीर बजरंग अखाड़ा के खिलाड़ियों ने डंडा, तलवार के खेल का प्रदर्शन किया. अलग-अलग अखाड़ा कमेटी के डीजे साउंड पर युवा नृत्य करते दिखे. लाइट, आतिशबाजी भी आकर्षण का केंद्र रहा. मालूम हो कि बिष्टुपुर थाना क्षेत्र में 17 रामनवमीं के लाइसेंसी व 1 गैर लाइसेंसी अखाड़ा शामिल थे. बिष्टुपुर धातकीडीह मुखी समाज के अध्यक्ष सुरेश मुखी के निधन के कारण बस्ती के दो अखाड़ा कमेटियों ने जुलस नहीं निकाला. सबसे पहले बिष्टुपुर आंध्रा भक्त कोलाट समाज ने पहली बार रामनवमीं की पूजा की, लेकिन अखाड़ा जुलूस नहीं निकाला. शाम से लेकर रात तक बिष्टुपुर मेन रोड को दोनों ओर अखाड़ा जुलूस देखने के लिए हजारों की संख्या में स्थानीय लोग जमे रहे.