चाकुलिया : बीएसएफ से सेवानिवृत्त होकर लौटे जवान का गांव में नायक जैसा स्वागत
ग्राम प्रधान मिहिराम सोरेन व मुखिया मादो रानी टुडू के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जवान को माला से लाद दिया. इसके बाद हाथों में तिरंगा लेकर ढोल-नगाड़ों के साथ गांव की सीमा से घर तक पहुंचाया. जय हिंद और भारत माता के जयकारे लगते रहे.
चाकुलिया. बीएसएफ से सेवानिवृत्त होकर अपने गांव लौटे जवान नरसिंह हेंब्रम का ग्रामीणों ने नायक की तरह स्वागत किया. चाकुलिया प्रखंड की चंदनपुर पंचायत स्थित शाकाभांगा गांव में मंगलवार को त्योहार जैसा माहौल रहा. ग्राम प्रधान मिहिराम सोरेन व मुखिया मादो रानी टुडू के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जवान को माला से लाद दिया. इसके बाद हाथों में तिरंगा लेकर ढोल-नगाड़ों के साथ गांव की सीमा से घर तक पहुंचाया. जय हिंद और भारत माता के जयकारे लगते रहे. पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश की सीमा पर नरसिंह हेंब्रम पिछले तीन-चार वर्षों से बीएसएफ के एएसआई पद पर थे. उन्होंने बताया कि वर्ष 1988 में बीएसएफ के आरक्षी पद पर हजारीबाग से योगदान दिया. इसके बाद पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और कश्मीर में समय-समय पर तबादला हुआ. उन्होंने बताया कि देश की रक्षा का हर दायित्व सफलतापूर्वक निभाया है. इसका गर्व है. इनकी एक बेटी और एक बेटा है, जो फिलहाल पढ़ाई कर रहे हैं. मां लगभग 93 वर्ष की हैं. सेवानिवृत्त होकर घर लौटे बेटे को देखकर वृद्ध मां की आंखों में आंसू आ गये. मौके पर जितेन सोरेन, राम सोरेन, सुरई हेंब्रम, श्याम सोरेन, नाराण हेंब्रम, गुरमा हेंब्रम, दिकू टुडू, नायका टुडू, अर्जुन सोरेन, सरकार सोरेन, धनी सोरेन, लोसो सोरेन, रायसेन सोरेन आदि उपस्थित थे.
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