Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम की 27 जगहों पर हैं ‘मौत की सड़कें’, हर 36 घंटे में एक व्यक्ति की जा रही जान
पूर्वी सिंहभूम जिले में 27 ब्लैक स्पॉट चिह्नित है. इसमें जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में 14 ब्लैक स्पॉट है. जिले के इन ब्लैक स्पॉट में हर 36 घंटे में एक व्यक्ति की मौत होती है. जनवरी माह में 399 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किये गये, जबकि नियमों की अनदेखी में 41 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया.
जमशेदपुर, संजीव भारद्वाज : पूर्वी सिंहभूम जिले में 27 ऐसे ब्लैक स्पॉट चिह्नित किये गये हैं, जहां आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इनमें 55 प्रतिशत 14 ब्लैक स्पॉट जमशेदपुर में हैं. जनवरी माह में 27 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 21 लोगों की मृत्यु तथा 16 घायल हुए. यही स्थिति फरवरी माह की भी है. प्रशासन के सर्वे में यह बात सामने आयी है कि हर 36 घंटे में दुर्घटना में किसी एक की जान चली जाती है. झारखंड पुलिस और परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से राज्य के उन सभी जिलों की सड़कों की गूगल मैपिंग करायी, जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं. साथ ही लोगों की सबसे अधिक मौतें होती हैं. ऐसी जगहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया है.
स्थल जांच का निर्देश
परिवहन कार्यालय, यातायात एवं एनएचएआई की संयुक्त टीम को नेशनल हाइवे में बैरियर एवं ब्लिंकर लगाने को लेकर स्थल जांच का निर्देश दिया गया. जिला में हिट एंड रन के 34 मामलों में अब तक 21 पीड़ित परिवारों को मुआवजा भुगतान किया जा चुका है, 13 प्रक्रियाधीन हैं. जनवरी माह में 399 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किये गये, जबकि नियमों की अनदेखी में 41 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया.
डायल 112 से जुड़ें, वॉलिंटियर बनकर बचाएं जान
देश में डायल 112 सिस्टम लागू है. इसका एप डाउनलोड कोई भी वॉलिंटियर बनकर घायलों को गोल्डेन ऑवर में उनकी जान बचाने का काम कर सकते हैं. रिटायर्ड डॉक्टर, सैन्यकर्मी, पुलिसकर्मी व जागरूक लोग वॉलिंटियर बन सकते हैं. सबसे अधिक दुर्घटनाएं एग्रिको सिग्नल व बाग-ए-जमशेद के पास. शहर के ब्लैक स्पॉट में एग्रिको लाइट सिग्नल और बाग-ए-जमशेद के पास हर दिन दुर्घटनाएं होती हैं. बड़े घटना होने से किसी की जान चली जाती है, अन्यथा घायल तो हर दिन लोग हो रहे.
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पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस को बचाव के लिए दिये निर्देश
– सभी जिले अपने-अपने क्षेत्र के ब्लैक स्पॉट पर पीसीआर, हाइवे पेट्रोलिंग एवं पुलिस वाहन से वाहनों की सघन चेकिंग करायें, ताकि दुर्घटनाओं में कमी आये
– सभी एनजीओ, व्यवसायी एवं लोक उपक्रमों और निजी क्षेत्रों की मदद से तथा सीएसआर मद से स्पीड गन, ब्रेथ एनालाइजर, फर्स्ट एड किट, सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रेचर बेड, प्लास्टिक रोड बैरिकेट्स आदि की खरीद की जाए
– सभी ब्लैक स्पॉट पर क्यूआर कोड चस्पा कर पेट्रोलिंग व पीसीआर वाहन द्वारा उसे स्कैन कराना सुनिश्चित करें, जिससे किस समय कौन वाहन उसे क्षेत्र में गये हैं, यह पता चल सके
– सुबह आठ से 10 और शाम छह से नौ बजे तक सबसे ज्यादा हादसे होते हैं. ऐसे समय में वाहनों की सघन जांच का थानों को निर्देश दिया जाए
– हर थाना स्तर पर सड़क हादसों को रोकने के लिए हर माह कॉलेजों एवं स्कूलों में दो जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश
– थाना स्तर पर तीन-तीन पुलिसकर्मियों को फर्स्ट एड के संबंध में प्रशिक्षित किया जाए. सड़क सुरक्षा में बेहतर काम करनेवाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने का भी निर्णय लिया गया है
– गोल्डेन आवर में घायलों की मदद करने पर राज्य सरकार ने दो हजार व केंद्र सरकार ने पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि का प्रावधान रखा है और
– पुलिस मुख्यालयों के निर्देशों का पालन सही ढंग से हो, इसकी जवाबदेही रेंज के डीआईजी को दी गयी है.
जमशेदपुर शहरी एरिया में चिह्नित ब्लैक स्पॉट
– बागबेड़ा में स्टेशन रोड रेलवे ओवर ब्रिज हनुमान मंदिर के पास
– जुगसलाई, साकची व बिष्टपुर मेन रोड जुगसलाई थाना गेट के पास
– एमजीएम बालीगुमा पेट्रोल पंप के पास
– एमजीएम विश्वकर्मा पथ मिश्रा नर्सिंग होम के पास
– उलीडीह टाटा-रांची मेन रोड एनएच-33 उमा अस्पताल के पास
– परसुडीह स्टेशन सुंदरनगर मेन रोड रेलवे अस्पताल के पास
– साकची बिष्टुपुर मेन रोड थाना के पास
– साकची-गरमनाला रोड बाग-ए-जमशेद के पास
– सिदगोड़ा-साकची-सिदगोड़ा गरमनाला मेन रोड एग्रिको सिग्नल
– बारीडीह रोड लिट्टी चौक के पास
– सिदगोड़ा-साकची मेन रोड क्रॉस रोड नंबर 27 के पास
– सोनारी मरीन ड्राइव रोड और
– सुंदरनगर हाता मेन रोड खालसा ढाबा के पास ब्लैक स्पॉट चिह्नित है.