वेलेंटाइन वीक की शुरुआत आज रोज डे से हो रही है. इसको लेकर प्यार करने वालों ने तो तैयारी की ही है, बाजार ने भी कमर कस ली है. साकची, बिष्टुपुर, सोनारी, कदमा, मानगो सहित जमशेदपुर के सभी बाजार में खासकर सुर्ख गुलाब की अच्छी खेप आ चुकी है. कुछ दुकानों में सुबह-सुबह गुलाब आ जायेगा. इस तरह रोज डे के बहाने जमशेदपुर महक उठा है. दुकानदारों की मानें तो कोरोना काल के दो साल बाद बाजार में रौनक लौटी है. इस बार कोई 10 लाख रुपये के गुलाब का कारोबार होने का अनुमान है. लाइफ @ जमशेदपुर की रिपोर्ट.
साकची के ही अन्य फूल विक्रेता बीडी दुबे बताते हैं कि रोज डे पर प्यार करने वाले एक-दूसरे को सुर्ख गुलाब ही देते हैं. इसलिए उनलोगों ने सुर्ख गुलाब ही मंगाया है. उनकी दुकान में 500 बंडल गुलाब आ चुका है. बेंगलुरु और पुणे के गुलाब जल्दी मुरझाते नहीं हैं. हालांकि वे थोड़े महंगे हैं. वे बताते हैं कि कई लोग मोबाइल से भी फूल भेज देते हैं. हालांकि इससे कारोबार पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है.
बिष्टुपुर के मो शमशेद का फूलों का पुश्तैनी कारोबार है. 60 साल से उनका परिवार यह कारोबार कर रहा है. वे बताते हैं कि कोरोना काल के बाद फूल बाजार में रौनक लौटी है. रोज डे को लेकर उनलोगों ने तैयारी कर ली है. उनकी दुकान पर दस हजार रुपये से अधिक के गुलाब की खेप आ चुकी है. वे बताते हैं कि बिष्टुपुर, साकची, जुगसलाई, मानगो, बारीडीह, सिदगोड़ा आदि मिलाकर जमशेदपुर में 50 से अधिक फूलों की दुकान है. इस बार हर जगह गुलाब की अच्छी खेप आयी है. एक दुकान से आठ-दस हजार का भी कारोबार होता है तो 50 हजार का गुलाब तो बिक ही जायेगा.
साकची के फूल विक्रेता राजा दास बताते हैं कि वे लोकल लेवल पर हावड़ा और कोलाघाट से गुलाब मंगाते हैं. बढ़िया क्वालिटी का गुलाब बेंगलुरु और पुणे से आता है. दोनों जगह से गुलाब जमशेदपुर आ चुका है. अन्य फूल भी आये हैं. लेकिन रोज डे को देखते हुए सभी दुकानदारों का जोर गुलाब पर ही है. वे बताते हैं कि बेंगलुरु और पुणे से गुलाब पहले कोलकाता आता है. वहां से ट्रेन के जरिये जमशेदपुर बाजार पहुंचता है.