Saff U-18 Women’s Championship 2022 जमशेदपुर: भारतीय टीम ने जेआरडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित सैफ (साउथ एशियन फुटबॉल फेडरेशन) अंडर-18 महिला फुटबॉल चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है. हालांकि शुक्रवार को खेले गये फाइनल लीग मुकाबले में भारतीय टीम को बांग्लादेश ने 0-1 से हाराया. भारतीय टीम बेहतर गोल औसत के आधार पर चैंपियनशिप जीतने में कामयाब रही.
भारत का गोल डिफरेंस प्लस 11 रहा. भारतीय टीम ने चार मैच में कुल नौ अंक अर्जित किये. वहीं गत चैंपियन बांग्लादेश का भी चार मैच में कुल अंक नौ रहा. इस चैंपियनशिप को जीतने के लिए बांग्लादेश को 2-0 से जीत की जरूरत थी. लेकिन बांग्लादेश की टीम एक गोल ही कर सकी.
फाइनल लीग मुकाबले में जिस तरह मेहमान टीम ने मेजबानों पर नकेल कसी, वह काबिले तारीफ रहा. टीम ने जीत के लिए अंतिम क्षण तक जोरदार कोशिश की. मैच के 74वें मिनट में बांग्लादेश की फॉरवर्ड अकलीमा ने शानदार शाट लगाकर बांग्लादेश को जीत दिलायी.
शुक्रवार को मैदान पर उतरते ही बांग्लादेश की बालिकाओं ने मेजबान टीम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. खेल के पांचवें मिनट में रिफा ने शानदार प्रयास किया, लेकिन गेंद सीधे भारतीय गोलकीपर मैलोडी चानू किशन के ग्लव्स में जा फंसी. 17वें मिनट में खतरनाक पोजीशन पर बांग्लादेश को फ्री किक का मौका मिला. लेकिन गेंद गोलपोस्ट के ऊपर से निकल गया.भारतीय गोलकीपर मेलोडी ने राहत की सांस ली.
20वें मिनट में पहली बार भारत को सुनहरा मौका मिला. अनीता कुमारी को लेफ्ट साइड में थोड़ी जगह मिली. उसने शॉट भी लगाया, लेकिन बांग्लादेशी गोलकीपर पहले से ही सतर्क थी. 23वें मिनट में बांग्लादेश को एक और गोल्डन चांस मिला.
लेकिन खातून का शॉट गोलपोस्ट से बाहर निकल गया. 29वें मिनट में बाग्लादेश की उन्नति ऑफ साइड डिफेंस को छकाते हुए गोलकीपर के पास पहुंचीं, लेकिन वह लक्ष्य को भेदने से चूक गयीं. भारत की बदकिस्मती की एक झलक उस समय देखने को मिली जब बांग्लादेश की डिफेंस लाइंस को छकाती हुई नीतू लिंडा गोलपोस्ट के पास पहुंच गयीं.
गोलपोस्ट को निशाना साधते हुए धीरे से क्रास शाट लगाया. लेकिन गेंद क्रॉस बार को छूती हुई वापस मैदान पर आ गिरा. बांग्लादेशी गोलकीपर ने जल्द ही मौके को संभाल लिया.
मध्यांतर तक दोनों टीमें गोलरहित बराबरी पर थीं. मध्यांतर के बाद भी बांग्लादेश की आक्रामकता में कोई कमी देखने को नहीं मिली. 55वें मिनट में रेफरी ने भारत की रितु देवी को पीला कार्ड दिखाया और बांग्लादेश को डेंजर पोजीशन से फ्री कीक का मौका मिला. लेकिन मेजबान टीम ने इस खतरे को टाल दिया. 58वें मिनट में एक बार फिर नीतू लिंडा को गोल्डन चांस मिला, लेकिन वह फायदा नहीं उठा सकीं.
63वें मिनट में बांग्लादेश की अकलीमा को राइट बैक व सेंटर बैंक के बीच में गैप मिला. अकलीमा ने निशाने पर शाट दागा, लेकिन भारतीय गोलकीपर पहले से ही सतर्क थी. 74वें मिनट में बांग्लादेश की फारवर्ड अकलीमा ने लंबी दूरी से शानदार शाट लगाया, जो भारतीय गोलकीपर चानू को छकाते हुए गोलजाल में जा घुसा.
भारत की स्टार स्ट्राइकर लिंडा कॉम सेटरो को टूर्नामेंट का सर्वोच्च गोल स्कोर के खिताब से नवाजा गया. इसके अलावा लिंडा कॉम को मोस्ट वेल्यूवल खिलाड़ी का पुरस्कार भी दिया गाय.उन्होंने पूरे टूर्नामेंट कुल पांच गोल किये.
भारतीय महिला फुटबॉल लीग 2021-22 सीजन की शुरुआत 15 अप्रैल से भुवनेश्वर में होगी. 26 मई तक चलने वाली इस टूर्नामेंट में पूरे भारत वर्ष से कुल 12 टीमें हिस्सा लेंगी. टूर्नामेंट के सभी मैच भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम व सेवन बटालियन ग्राउंड और कैपिटल ग्राउंड में होंगे. इससे पहले एक से पांच अप्रैल तक दिल्ली में चार टीमों के बीच क्वालिफाइंग मुकाबले भी होंगे.
प्रतियोगिता की विजेता व उपविजेता टीम की खिलाड़ियों को झारखंड सरकार के खेल निदेशक जिशान कमर ने पुरस्कृत किया. मौके पर एआइएफएफ के अभिषेक दास, फरजान हिरजी (चीफ, स्पोर्ट्स एंड प्रोटोकॉल), झारखंड फुटबॉल संघ के सचिव गुलाम रब्बानी, जेएफसी के मुकुल विनायक चौधरी व अन्य लोग मौजूद थे. टूर्नामेंट का सफल आयोजन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अथक प्रयास से किया गया.
लगभग दो वर्षों के बाद एक बार फिर जेआरडी में खेल प्रशंसकों की भीड़ देखने को मिली. भारत और बांग्लादेश के मुकाबले के दौरान कुल 5000 हजार दर्शक स्टेडियम पहुंचे और मैच का मजा लिया. इसके अलावा विभिन्न सामाजिक संस्था की लड़कियों को फुटबॉल दिखाने मैदान पहुंची. जमशेदपुर में चल रहे भारतीय अंडर-17 महिला फुटबॉल टीम के कैंप के खिलाड़ी भी भारतीय टीम का हौसला बढ़ाने स्टेडियम पहुंची थीं.
Posted By: Sameer Oraon