Jharkhand Crime News: पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर के साकची स्थित बसंत टॉकिज के पास पार्किंग में मंगलवार को अपराधियों ने सरेआम कार्बाइन से गणेश सिंह के रिश्तेदार मानगो बालीगुमा निवासी राजेश सिंह पर हमला किया. अचानक हुई गोलीबारी से अफरा-तफरी मच गई. अपराधियों द्वारा गोली चलाने पर राजेश सिंह एवं उसका सहयोगी त्रिलोकी पोद्दार भागने लगा. इस क्रम में उन्होंने हमलावर पर पत्थर से हमला किया. जिसके बाद हमलावर स्कूटी पर सवार अपने साथी के साथ बैठकर साकची गोलचक्कर की ओर भाग गये.
कार्बाइन की मैगजीन समेत कई सामान बरामद
इस घटना में राजेश सिंह घायल हो गये, जबकि पार्किंग में फल खरीद रहे जूता-चप्पल दुकानदार कपाली इस्लामनगर निवासी मो मुमताज घायल हो गये. मुमताज को जांघ में गोली लगी है, जबकि राजेश सिंह के कनपट्टी से सटती हुई गोली निकल गई. अचानक हुई गोलीबारी से अफरा-तफरी मच गई. घटना की सूचना पर साकची थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल से कार्बाइन की मैगजीन समेत एक देसी कट्टा, चार खोखा और दो गोली बरामद की है. इसके अलावा हमलावर का एक बैग भी घटनास्थल से बरामद हुआ है. पुलिस ने घायलों को टीएमएच पहुंचाया जहां इलाज चल रहा है.
सैंकी यादव हत्याकांड का आरोपी है घायल राजेश सिंह
बताया गया कि घायल राजेश सिंह मानगो के सैंकी यादव हत्याकांड में जेल में था. फिलहाल जमानत पर बाहर है. फायरिंग के पीछे सैंकी यादव के भाई दीपक यादव, संदीप यादव समेत अन्य की संलिप्तता जतायी जा रही है. इस घटना की सूचना पर सिटी एसपी के विजय शंकर भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने भी घटनास्थल की जांच की. घायल राजेश सिंह भाजपा मानगो मंडल के पूर्व मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन जेल जाने के बाद उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया है.
कोर्ट से निकलकर पहुंचे थे पार्किंग
बालीगुमा निवासी घायल राजेश सिंह अपने साथी त्रिलोकी पोद्दार के साथ मंगलवार को कोर्ट गये थे. कोर्ट से निकलने के बाद वे साकची पार्किंग में अपनी वाहन खड़ा की. पार्किंग में मौजूद वाहन सफाई करने वाले युवक वाहन को साफ करने लगा. इसी दौरान राजेश सिंह होटल में साथी के साथ खाना खाने चला गया. खाना खाकर लौटने के क्रम में ही पार्किंग में हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोली चलायी. हादसा की जानकारी मिलने पर राजेश सिंह के घरवाले समेत साथी घटनास्थल पर पहुंचे.
दीपक और लक्खू ने चलाई गोली
घायल राजेश सिंह के बेटे आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि हमला के पीछे सैंकी यादव के भाई दीपक यादव, संतोष यादव के अलावा लक्खू तंतुबाई समेत अन्य शामिल थे. सैंकी यादव से पापा का पूर्व से विवाद हो गया था. इसके कारण पापा को जेल जाना पड़ा था. लक्खू तंतूबाई भी उनलोग के साथ मिल गया. जिसके बाद उनलोगों ने पापा की हत्या की नीयत से कार्बाइन से हमला किया. पुलिस हमलावर को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे. पापा कोर्ट गये थे. वहां भूख लगने पर साकची में खाना खाने गये थे. पार्किंग में कार खड़ी कर होटल में खाना खाने गये. वापस लौटने पर अपराधियों ने गोली चला दी. अपराधियों ने मुंह को ढंक लिया था. उनके पास कार्बाइन और देसी कट्टा था.