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समीर मोहंती ने बनायी सर्वाधिक 401 योजनाएं, बन्ना गुप्ता की मात्र 25 अधूरी, मंगल का प्राक्कलन सबसे कम, रामदास पीछे व सरयू राय को मिली सर्वाधिक राशि

वित्तीय वर्ष 2020 से 2024 तक विधायकों को मिला 107 करोड़ का आवंटन, 1843 योजनाएं बनायी गयीं, 704 हैं अभी भी अधूरी

प्रमुख संवाददाता, जमशेदपुर

पूर्वी सिंहभूम में विधायक निधि की राशि खर्च करने में सत्ताधारी व निर्दलीय विधायकों का प्रदर्शन 62-65 प्रतिशत रहा है. वहीं विधायक निधि के प्राक्कलन की 80-85 प्रतिशत तक की राशि विमुक्त करा ली गयी है. चार वर्षों (2020-2024) के कार्यकाल में जिले के छह विधायकों द्वारा तैयार की गयी योजनाओं में से मात्र 62 प्रतिशत ही पूर्ण हो पायी हैं, जबकि 38 प्रतिशत अधूरी हैं. वित्तीय वर्ष 2024-25 में खर्च हुई राशि के बारे में विधायकों द्वारा जानकारी नहीं दी गयी है. पहले चार वित्तीय वर्ष में छह विधायकों को विधायक निधि मद में 107.2 करोड़ की राशि प्राप्त हुई, इसके एवज में 1843 योजनाओं को मंजूरी प्रदान की गयी. इसके लिए 103.10 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार किया गया, जबकि जिला प्रशासन ने 80.87 करोड़ की राशि विमुक्त की. इस दौरान 1134 योजनाएं पूर्ण हुईं, जबकि 704 अभी लंबित हैं. योजनाओं के लंबित होने का बड़ा कारण डीसी विपत्र का जमा नहीं होना बताया जा रहा है. अन्य योजनाएं भौतिक रूप से लंबित पड़ी हुई हैं.पूर्वी सिंहभूम की छह विधानसभा में चार पर झामुमो (बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका व जुगसलाई) का कब्जा है. वहीं दो अन्य जमशेदपुर पूर्वी में निर्दलीय व पश्चिम कांग्रेस पार्टी के पास है. बहरागोड़ा में विधायक निधि का इस्तेमाल-खर्च के लिए एजेंसी के रूप में कार्यपालक अभियंता ग्रामीण विकास विभाग प्रमंडल होता है, जबकि घाटशिला और पोटका का खर्च कार्यपालक अभियंता ग्रामीण विकास द्वारा एवं कार्यपालक अभियंता एनआरइपी जमशेदपुर द्वारा किया जाता है. जुगसलाई के विधानसभा की विधायक निधि का खर्च कार्यपालक अभियंता एनआरइपी जमशेदपुर द्वारा किया जाता है. जमशेदपुर पूर्वी में खर्च के लिए जिम्मेदार एजेंसी जमशेदपुर अक्षेस है, जबकि जमशेदपुर पश्चिम के विधायक की राशि का खर्च के लिए जिम्मेदार एजेंसी जमशेदपुर अक्षेस व मानगो नगर निगम है. विधायक निधि से योजनाओं को पूर्ण करने में जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सह मंत्री बन्ना गुप्ता का औसत बेहतर रहा है. अन्य विधायकों की तुलना में उनके क्षेत्र में तीन वर्षों में महज 25 योजनाएं अपूर्ण हैं, जबकि 2023-2024 की योजनाओं के पूर्ण-अपूर्ण होने की जानकारी नहीं दी गयी है. बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती का आंकड़ा भी बेहतर है. उन्होंने जहां 217 योजनाएं पूर्ण की हैं, तो उनकी 184 योजनाएं अभी अधूरी हैं.

योजना बनाने व पूर्ण करने में बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती सबसे आगे

विधायक निधि के पहले चार वर्षों में योजनाएं बनाने और उन्हें पूर्ण कराने में बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती सबसे आगे हैं. उन्हें चार वर्षों में 17.95 करोड़ का फंड मिला, जिसमें उन्होंने 401 योजनाएं बनायीं. इसके लिए 17.22 करोड़ की राशि का प्राक्कलन संबंधित एजेंसी द्वारा तैयार किया गया. इसके एवज में 15.25 करोड़ की राशि विमुक्त की गयी. प्राप्त आवंटन से 217 योजनाएं जहां पूर्ण हुईं, वहीं 184 अभी भी अपूर्ण हैं.

घाटशिला विधायक रामदास सोरेन ने कम योजनाएं बनायीं

घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने चार वर्षों में अपने पांच साथियों की तुलना में सबसे कम योजनाएं बनायीं. उन्हें विधायक निधि मद में 17.76 करोड़ रुपये मिले, जिसके एवज में एजेंसी ने 282 योजनाएं तैयार की. इसके लिए 17.63 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया गया, इसके एवज में 13.86 करोड़ की राशि विमुक्त की गयी. इस मद से 164 योजनाएं पूर्ण हुईं, वहीं 118 अभी अधूरी हैं.

पोटका विधायक संजीव सरदार का प्रदर्शन साधारण

पोटका के विधायक संजीव सरदार का प्रदर्शन भी साधारण रहा. विधायक निधि से उन्हें चार साल में 17.77 करोड़ रुपये आवंटित किये गये. इसके मद में उन्होंने एजेंसी को 289 योजनाओं पर काम करने का निर्देश दिया. एजेंसी ने 17.31 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया, जिसके एवज में 13.49 करोड़ की राशि विमुक्त की. इस राशि से 171 योजनाएं जहां पूर्ण हुईं, वहीं 118 अभी भी बची हुई हैं.

जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी की निधि का प्राक्कलन सबसे कम

जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी ने सबसे कम प्राक्कलन बनाकर अपनी योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया. विधायक को चार साल में 17.92 करोड़ रुपये का आवंटन विधायक निधि से मिला. इसके एवज में उन्होंने 287 योजनाएं तैयार की. इसके लिए 12.31 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया गया, जबकि इन कार्यों के लिए 14.38 करोड़ की राशि विमुक्त की गयी. इस मद से अब तक 161 योजनाएं पूर्ण हुई हैं, जबकि 126 अभी भी अधूरी हैं.

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय को मिली है सर्वाधिक विधायक निधि

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक को जिला के अन्य विधायकों की तुलना में सर्वाधिक राशि (18 करोड़) मिलीं. इसके एवज में उन्होंने 262 योजनाओं पर काम करने का निर्देश एजेंसी को दिया. इसके लिए 16.01 करोड़ प्राक्कलन राशि तैयार की गयी. इसके मद में 13.63 करोड़ की राशि विमुक्त की गयी. चार साल में 129 योजनाएं पूर्ण हो पायी, जबकि अभी भी 133 अपूर्ण हैं.

जमशेदपुर पश्चिम के विधायक बन्ना गुप्ता के क्षेत्र में सबसे कम अपूर्ण योजनाएं

जमशेदपुर पश्चिम के विधायक बन्ना गुप्ता को विधायक निधि से 17.87 की राशि प्राप्त हुई. इसके मद में उन्होंने 322 योजनाओं पर काम करने का निर्देश एजेंसी को दिया. इन योजनाओं को पूरा करने के लिए एजेंसी ने 15.22 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया, जिसके एवज में 10.24 करोड़ की राशि विमुक्त की गयी. इस राशि का उपयोग 202 योजनाओं को पूर्ण करने में किया गया, जबकि मात्र 25 योजनाएं अभी अधूरी हैं. यह अलग विषय है कि विधायक सह मंत्री बन्ना गुप्ता ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में 44 योजनाओं की अनुशंसा की, इसके एवज में 2.45 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया, जिसके बदले 1.22 की राशि विमुक्त हुई, लेकिन कितनी योजनाएं पूर्ण या अपूर्ण रही, इसकी जानकारी नहीं दी गयी है.

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