सरना धर्म लागू हो व संताली भाषा को झारखंड का प्रथम राजभाषा का दर्जा दिया जाये

साकची में सेंगेल अभियान ने एक दिवसीय धरना दिया, हूल संकल्प दिवस समारोह मनाया

By Prabhat Khabar Print | June 30, 2024 7:23 PM

वरीय संवाददाता, जमशेदपुर

साकची उपायुक्त कार्यालय के सामने आदिवासी सेंगेल अभियान ने एक दिवसीय धरना सह हूल संकल्प दिवस समारोह मनाया. सेंगेल अभियान नेता व कार्यकर्ताओं ने सर्वप्रथम वीर सिदो-कान्हू की तसवीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. इस दौरान सेंगेल केंद्रीय संयोजक विमो मुर्मू व सोनाराम मुर्मू ने कहा कि आदिवासियों को अविलंब सरना धर्म कोड दिया जाये, ताकि आदिवासियों को जबरन धर्मांतरण करने से बचाया जा सके. साथ ही आठवीं अनुसूची में शामिल राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त संताली भाषा को अविलंब झारखंड में प्रथम राजभाषा का दर्जा दिया जाये और सभी स्कूल कॉलेजों में संताली भाषा के स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की जाये. उन्होंने कहा कि कुर्मी/महतो जाति समुदाय को एसटी बनाने की अनुशंसा करने वाले जेएमएम और कांग्रेस का सेंगेल विरोध करता है. केवल वोट बैंक के लोभ लालच के लिए किसी भी जाति समुदाय को एसटी का दर्जा देना असली आदिवासियों को उनके अधिकार से वंचित करने के समान है.धरना प्रदर्शन के बाद आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम सात सूत्री मांग पत्र प्रेषित किया गया. इस अवसर पर सोनाराम सोरेन, डॉ सोमाय सोरेन, सीताराम माझी, उदय मुर्मू, मंगल आल्डा, मंगल पाड़ेया, ईलीशा पाड़ेया, मोसो हांसदा, अर्जुन मुर्मू, सनत बास्के, चुनाराम माझी, मार्शल टुडू, जितेन सोरेन, हेमलाल मुर्मू, किसुन हांसदा, हजम मुर्मू, जयललिता टुडू, प्रेमशीला मुर्मू, मुनीराम हेंब्रम समेत अन्य मौजूद थे.

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