कंकड़-कंकड़ में जागे शंकर : सवा लाख बेलपत्र, 200 लीटर दूध, 400 लीटर गंगाजल से 23.10 लाख पार्थिव महादेव का पूजन

Sawan 2024: जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान दिन भर मंत्रोच्चार से गुंजायमान रहा. यहां 23 लाख से अधिक पार्थिव महादेव का पूजन किया गया. माहौल भक्तिमय रहा.

By Mithilesh Jha | August 19, 2024 12:46 PM

Sawan 2024: जमशेदपुर में मिथिला समाज की ओर से गोपाल मैदान बिष्टुपुर में 23.10 लाख पार्थिव महादेव का विधि-विधान से पूजन किया गया. मिथिला समाज की 500 महिलाओं ने पूजा पंडाल में आकर पार्थिव महादेव बनाया. इसके अलावा घर-घर से पार्थिव महादेव बनकर आये.

आदित्यपुर-गम्हरिया में बने सबसे ज्यादा 8 लाख पार्थिव महादेव

सबसे अधिक आदित्यपुर और गम्हरिया क्षेत्र से 8 लाख से अधिक पार्थिव महादेव पूजा पंडाल में पहुंचा. कुल 23 लाख 10 हजार पार्थिव महादेव और शिवलिंग का पूजन किया गया. 21 पंडितों ने 51 यजमानों को पूजा करायी. सवा लाख बेलपत्र से महादेव की सहस्र अर्चना की गयी. पूजा में 200 लीटर गौ दूध और सिमरिया से लाये गये 400 लीटर गंगाजल से पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक किया गया.

बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में पार्थिव महादेव का निर्माण करती मिथिला की महिलाएं. फोटो : प्रभात खबर

महादेव बनाती रहीं महिलाएं, होती रही भोलेनाथ की पूजा

जमशेदपुर के गोपाल मैदान में बने पूजा पंडाल में ही मिथिला समाज की महिलाओं ने सुबह 8 बजे पार्थिव महादेव बनाना शुरू किया. संध्या 5 बजे तक महादेव बनता रहा. महिलाएं आती रहीं और महादेव निर्माण में हाथ बंटाती रहीं. इस दौरान महिलाएं उपवास पर रहीं. इसके अतिरिक्त घर-घर से भी पार्थिव महादेव बनकर पूजा पंडाल आता रहा. सुबह 10 बजे से पूजा शुरू हुई, जो संध्या 7 बजे के बाद तक चली.

दरभंगा से आए पंडितों ने कराई महादेव की पूजा

एक तरफ महिलाएं महादेव बना रहीं थीं, तो दूसरी ओर पंडित यजमानों को पूजन करा रहे थे. इस प्रकार दिनभर शिव के मंत्रोच्चार से जमशेदपुर का गोपाल मैदान गुंजायमान रहा. आयोजन में समस्त मैथिल संस्थाओं के साथ-साथ जमशेदपुर की अन्य संस्थाओं का भी सहयोग रहा. दरभंगा से 5 और स्थानीय 16 पंडितों की देखरेख में पार्थिव महादेव पूजन हुआ. सवा लाख बेलपत्र से महादेव की सहस्र अर्चना की गयी. पूजा में शहर भर के 51 यजमान बैठे थे.

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