पूर्वी सिंहभूम में मुर्गी पालन और अंडा उत्पादन से जुड़ेंगे स्वयं सहायता समूह
उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जेएसएलपीएस एवं उद्योग केंद्र से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की गई. उपायुक्त द्वारा विशेषकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना से आच्छादित करने का निर्देश दिया गया.
बांस उत्पादन का हब बनेगा पूर्वी सिंहभूम
जमशेदपुर :
उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जेएसएलपीएस एवं उद्योग केंद्र से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की गई. उपायुक्त द्वारा विशेषकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना से आच्छादित करने का निर्देश दिया गया. साथ ही स्वयं सहायता समूहों को रुर्बन अंतर्गत कोल्ड स्टोरेज के संचालन से जोड़ने का भी निर्देश दिया. जिला अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मुर्गी पालन एवं अंडा उत्पादन से जोड़ते हुए उन्हें स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई करने का निर्देश दिया.जिले से बाहर संचालित एजेंसियों को भी जिले में लाएं
जमशदेपुर में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत 5 परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी चिन्हित है. जिनमें 2 जमशेदपुर में तथा 2 जिले के बाहर व 1 राज्य के बाहर संचालित है. उक्त केन्द्रों में जिले के युवाओं, महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुए रोजगार से जोड़ा जाता है. जिसमें इलेक्ट्रिशियन, कम्युनिकेशन स्कील, सिलाई-कढ़ाई संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है. उपायुक्त ने डीपीएम जेएसएलपीएस को अन्य तीन एजेंसियों को भी जिले के अंदर संचालित करने के लिए विभाग से पत्राचार करने का निर्देश दिया.बांस कारीगरी का दें प्रशिक्षण
जिले में बांस उत्पादन और उनके कारीगरों को बढ़ावा देने की योजनाओं पर भी चर्चा की गई. चाकुलिया और बहरागोड़ा क्षेत्र में बांस के उत्पादन को देखते हुए स्थानीय लोगों को बांस कारीगरी का प्रशिक्षण उपलब्ध कराने पर डीसी ने जोर दिया. सभी समूह की दीदियों के आजीविका को बढ़ाने के लिए ””लखपति दीदी”” के आगे कार्य करने के निर्देश भी दिए गए. बैठक में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, डीपीएम जेएसएलपीएस, उद्योग केंद्र के पदाधिकारी व अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है