रैगिंग करने वाला सीनियर छात्र 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर के छात्र की रैगिंग करने वाले थर्ड ईयर (2021 बैच) के आरोपी छात्र को 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित (सस्पेंड) कर दिया गया है.
रैगिंग करने वाला सीनियर छात्र 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एक सप्ताह में दूसरा मामला
-फर्स्ट ईयर के छात्र ने थर्ड ईयर के छात्र के खिलाफ की थी शिकायत-एसडीओ ने एंटी रैगिंग सेल की मीटिंग में की कार्रवाई
-फिर से शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की दी चेतावनी
मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर के छात्र की रैगिंग करने वाले थर्ड ईयर (2021 बैच) के आरोपी छात्र को 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित (सस्पेंड) कर दिया गया है. मंगलवार को कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल की मीटिंग के बाद कार्रवाई की गयी. इससे पहले कॉलेज के फर्स्ट ईयर के छात्र (2023 बैच) ने थर्ड ईयर के छात्र के खिलाफ नयी दिल्ली से गुप्त शिकायत की थी. शिकायत में छात्र ने अपने साथ हुए अश्लील व अमर्यादित व्यवहार का उल्लेख करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की थी. एक सप्ताह में कॉलेज में रैगिंग के दो मामले सामने आने से विश्वविद्यालय प्रशासन, कॉलेज प्रबंधन और एंटी रैगिंग सेल ने इसे गंभीरता से लिया. मंगलवार को कॉलेज परिसर में एंटी रैगिंग सेल की बैठक हुई. इसमें धालभूम एसडीओ, पटमदा डीएसपी, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, एंटी रैगिंग सेल के पदाधिकारी शामिल हुए. घंटों पूछताछ के बाद जूनियर छात्र की रैगिंग करने वाले थर्ड ईयर के छात्र की पहचान की गयी और उसे 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित (सस्पेंड) कर दिया गया.ऐसे हुई रैगिंग करने वाले छात्र की पहचान
सूत्रों के मुताबिक, जूनियर छात्र के साथ जिस सीनियर ने रैगिंग की थी, थर्ड ईयर में उस नाम के दो छात्र हैं. कॉलेज के एंटी रैगिंग सेल ने एक नाम के दोनों छात्रों के अभिभावकों को मंगलवार को कॉलेज बुलाया. इसमें एक छात्र ने अपने अभिभावक की जगह स्थानीय पैरेंट्स को बुलाया. वहीं, पूछताछ में नाम, गोत्र पूछने पर आरोपी के उपनाम का खुलासा हुआ, जो शिकायत पत्र में था. इस छोटे से लिंक से एंटी रैगिंग सेल आरोपी तक पहुंच पायी.
वर्जन एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर के छात्र की रैगिंग करने वाले सीनियर छात्र को 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित (सस्पेंड) कर दिया गया है. कॉलेज के थर्ड ईयर के सभी छात्रों को अंतिम चेतावनी देकर छोड़ा गया. दोबारा ऐसी शिकायत मिलने पर सीधे कार्रवाई करने की चेतावनी दी गयी है.- पारूल सिंह, एसडीओ, धालभूम.