शौर्य संस्था की मदद से सात साल के बच्चे को मिला नया जीवन
सामाजिक संस्था शौर्य के संस्थापक अमरजीत सिंह राजा की पहल पर सात वर्षीय बच्चे को नया जीवन मिला है. बर्मामाइंस मुखी बस्ती में रहने वाले साहित मुखी पहले से अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रसित था.
खेलने के दौरान आंत आ गयी थी बाहर, डॉ अभिषेक की टीम ने किया ऑपरेशन
जमशेदपुर :
सामाजिक संस्था शौर्य के संस्थापक अमरजीत सिंह राजा की पहल पर सात वर्षीय बच्चे को नया जीवन मिला है. बर्मामाइंस मुखी बस्ती में रहने वाले साहित मुखी पहले से अपेंडिक्स की बीमारी से ग्रसित था. जिसका ऑपरेशन अप्रैल माह में रांची के रिम्स हॉस्पिटल में किया गया था. डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर पेट की दायीं ओर मल त्याग के लिए एक छेद किया था. परंतु अचानक 21 अगस्त को खेलते हुए उस छेद से बच्चे की आंत बाहर निकल आयी और बच्चे की जान पर बन आयी. इसकी जानकारी सुभाष मुखी ने अमरजीत सिंह राजा को दी. राजा ने उपायुक्त को अवगत कराते हुए जल्द ऑपरेशन का आग्रह किया. उपायुक्त अनन्य मित्तल ने तुरंत संज्ञान लेते हुए इसकी जिम्मेदारी सिविल सर्जन को दी. जमशेदपुर में इसका ऑपरेशन नहीं हो पाने के बाद रांची रिम्स में ले जाने को कहा. राजा ने बताया कि परिवार की माली हालत ऐसी नहीं थी कि बच्चे को रांची ले जाकर इलाज करा पाता. आयुष्मान कार्ड भी नहीं था. बच्चे की स्थिति बिगड़ती जा रही थी. इसके बाद उन्होंने डॉ अभिषेक से बात की. उन्होंने अपनी टीम डॉ सौम्या घोष, डॉ एचआइ पांडेय संग बच्चे का सफल ऑपरेशन कर नया जीवनदान दिया. परिवार के लोगों ने अमरजीत सिंह राजा, डॉ अभिषेक एवं शौर्य संस्था का आभार जताया है. अस्पताल से छुट्टी के वक्त सुभाष मुखी, तेजिंदर सिंह जोनी, बिनोद गुप्ता, उमेश गिरी समेत कई उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है